शाकंभरी माता की आरती – Shakambari Mata Ki Aarti
शाकंभरी माता की आरती हृदय के ताप का हरण करती है। वह सब देती हैं जो भी उनसे मांगा जाता है।
Read Moreशाकंभरी माता की आरती हृदय के ताप का हरण करती है। वह सब देती हैं जो भी उनसे मांगा जाता है।
Read Moreयह आरती ललिता जी की जो भी पूरे मन से गाता है, उसे अवश्य ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। पढ़ें और कृपा पाएँ।
Read More“आरती कुंज बिहारी की” गाने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है। इसे गाने से पूजन में हुई त्रुटियों का परिहार होता है।
Read Moreचाणक्य नीति का चतुर्दश अध्याय गागर में सागर की तरह है। यह ज्ञान की बहुत-सी भिन्न-भिन्न धाराओं को छूता है।
Read Moreचाणक्य नीति का अध्याय तेरह ज्ञान का खज़ाना है। इसमें व्यावहारिकता की समझ कूट-कूट कर भरी हुई है।
Read Moreचाणक्य नीति का द्वादश अध्याय गागर में सागर की तरह ज्ञान को समेटे हुए है। पढ़ें यह पठनीय अध्याय और जीवन को ज्ञान की ज्योति से आलोकित करें। अन्य अध्याय पढ़ने के लिए कृपया यहाँ जाएँ – चाणक्य नीति।
Read Moreशनि चालीसा पाठ शनि देव को खुश करता है। ज्योतिषानुसार कुंडली में शनि के कारण पैदा समस्याएँ इससे खत्म होती हैं।
Read Moreनवग्रह चालीसा के पाठ से सभी नौ ग्रह शांत हो जाते हैं। इससे कुंडली के सभी दोष दूर हो जाते हैं। पढ़ें नवग्रह चालीसा।
Read Moreजो श्री राणी सती चालीसा का पाठ करता है, उसके दुःख, आपदाओं व विपदाओं का नाश हो जाता है। बिगड़ी हुई बात भी सुधर जाती है।
Read Moreललिता चालीसा पाठ से योग और भोग दोनों की प्राप्ति होती है। माँ की कृपा सब प्रकार से भक्त का कल्याण करने वाली है।
Read More