स्वामी विवेकानंद के शिक्षा पर विचार
शिक्षा का सार मन की एकाग्रता प्राप्त करना है, तथ्यों का संकलन नहीं
कोई भी ज्ञान बाहर से नहीं आता, सब अन्दर ही है
शिक्षा का अर्थ है उस पूर्णता को व्यक्त करना जो मनुष्यों में पहले से विद्यमान है
वीर होओ, श्रद्धा-सम्पन्न होओ, दूसरी बातें उनके पीछे आप ही आयेंगी