बटुक भैरव की आरती – Batuk Bhairav Ji Ki Aarti
बटुक भैरव की आरती गाने से भैरव बाबा निश्चित ही प्रसन्न होते हैं, इसमें कोई संशय नहीं है। जो भी व्यक्ति बटुक भैरव की आरती (Batuk Bhairav Ji Ki Aarti) गाता है, उसे जीवन में वह सब कुछ प्राप्त होता है जिसकी वह इच्छा करता है–धन, संपत्ति, स्वास्थ्य, सुख, शांति, सफलता और समृद्धि आदि।
बटुक भैरव की आरती जीवन में हर प्रकार की सफलता देने वाली है। अभी पढ़ें बटुक भैरव की आरती–
यह भी पढ़ें – नाकोड़ा भैरव देव की आरती
जय भैरव देवा प्रभु जय भैरव देवा,
सुर नर मुनि सब करते प्रभु तुम्हरी सेवा।
तुम पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक,
भक्तों के सुखकारक भीषण वपु धारक।
वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल धारी,
महिमा अमित तुम्हारी जय जय भयहारी।
यह भी पढ़ें – काल भैरव के 108 नाम
तुम बिन शिव सेवा सफल नहीं होवे,
चतुर्वतिका दीपक दर्शन दुःख खोवे॥
तेल चटकि दधि मिश्रित भाषावलि तेरी,
कृपा कीजिये भैरव करिये नहिं देरी॥
पाँवों घुंघरू बाजत डमरू डमकावत,
बटुकनाथ बन बालक जन मन हरषावत॥
बटुक नाथ की आरती जो कोई नर गावे,
कहे धरणीधर वह मन वांछित फल पावे॥
यह भी पढ़ें – स्वर्णाकर्षण भैरव स्तोत्र
विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर बटुक भैरव की आरती (Batuk Bhairav Ji Ki Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें बटुक भैरव की आरती रोमन में–
Read Batuk Bhairav Ji Ki Aarti
jaya bhairava devā prabhu jaya bhairava devā,
sura nara muni saba karate prabhu tumharī sevā।
tuma pāpa uddhāraka duḥkha sindhu tāraka,
bhaktoṃ ke sukhakāraka bhīṣaṇa vapu dhāraka।
vāhana śvāna virājata kara triśūla dhārī,
mahimā amita tumhārī jaya jaya bhayahārī।
tuma bina śiva sevā saphala nahīṃ hove,
caturvatikā dīpaka darśana duḥkha khove॥
tela caṭaki dadhi miśrita bhāṣāvali terī,
kṛpā kījiye bhairava kariye nahiṃ derī॥
pā~voṃ ghuṃgharū bājata ḍamarū ḍamakāvata,
baṭukanātha bana bālaka jana mana haraṣāvata॥
baṭuka nātha kī āratī jo koī nara gāve,
kahe dharaṇīdhara vaha mana vāṃchita phala pāve ॥
यह भी पढ़ें – भैरव आरती
बटुक भैरव की चालीसा हिंदी में पढ़ने के लिए कृपया यहाँ जाएँ – बटुक भैरव चालीसा।
बाबा भक्तों के प्रति बहुत दयालु हैं। वे उनकी सारी मुरादें पूरी करते हैं। बाबा की आरती करने वाला मनोवांछित फल प्राप्त करता है। कहते हैं कि जो भी उनकी उपासना सच्चे दिल से करता है, उसके सभी भय नष्ट हो जाते हैं।