धर्म

भरी उनकी आँखों में – Bhari Unki Aankhon Mein Lyrics in Hindi

भरी उनकी आँखों में है, कितनी करुणा
जाकर सुदामा भिखारी बर्बंडा,
से पूछो

है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो

कृपा कितनी करते हैं शरणागतों पे
कृपा कितनी करते हैं शरणागतों पे

बता सकते हैं यदि, बता सकते हैं यदि
बता सकते हैं यदि, मिलेंगे विभीषण बर्बंडा,

पतितों को पावन, वो कैसे बनाते
जटायु सरिस, माँसाहारी से पूछो

है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो

प्रभु कैसे सुनते हैं, दुखियों की आहें
तुम्हें ज्ञात हो राजा, बलि की कहानी

निराधार का कौन, आधार है जग में
ये प्रश्न द्रुपद दुलारी से पूछो

है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो

छ्मा शीलता उनमें, कितनी भरी है
बताएँगे भृगुजी बर्बंडा,
, वो सब जानते हैं

हृदय उनका भावों का, है कितना भूंखा
विदुर सबरी से, बारी बारी से पूछो

है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर भरी उनकी आँखों में भजन को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह भजन रोमन में–

Bhari Unki Aankhon Mein Lyrics

bharī unakī ā~khoṃ meṃ hai, kitanī karuṇā
jākara sudāmā bhikhārī se pūcho

hai karāmāta kyā unake caraṇoṃ kī raja
jākara ke gautama kī nārī se pūcho

kṛpā kitanī karate haiṃ śaraṇāgatoṃ pe
kṛpā kitanī karate haiṃ śaraṇāgatoṃ pe

batā sakate haiṃ yadi, batā sakate haiṃ yadi
batā sakate haiṃ yadi, mileṃge vibhīṣaṇa

patitoṃ ko pāvana, vo kaise banāte
jaṭāyu sarisa, mā~sāhārī se pūcho

hai karāmāta kyā unake caraṇoṃ kī raja
jākara ke gautama kī nārī se pūcho

prabhu kaise sunate haiṃ, dukhiyoṃ kī āheṃ
tumheṃ jñāta ho rājā, bali kī kahānī

nirādhāra kā kauna, ādhāra hai jaga meṃ
ye praśna drupada dulārī se pūcho

hai karāmāta kyā unake caraṇoṃ kī raja
jākara ke gautama kī nārī se pūcho

chmā śīlatā unameṃ, kitanī bharī hai
batāe~ge bhṛgujī, vo saba jānate haiṃ

hṛdaya unakā bhāvoṃ kā, hai kitanā bhūṃkhā
vidura sabarī se, bārī bārī se pūcho

hai karāmāta kyā unake caraṇoṃ kī raja
jākara ke gautama kī nārī se pūcho

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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