जय हो जय हो शंकरा – Jai Ho Jai Ho Shankara Lyrics – Hansraj Raghuwanshi
शिव शंकरा श्री महेश्वराशशि शेखरा श्री जटा धरा दम दम दमके दमकेछम छम छमके चमकेगूंजे गूंजे बादलों मेंशिव की पुकार
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शिव शंकरा श्री महेश्वराशशि शेखरा श्री जटा धरा दम दम दमके दमकेछम छम छमके चमकेगूंजे गूंजे बादलों मेंशिव की पुकार
Read Moreश्रीकृष्ण मंत्र” इस मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करने से, विशेष रूप से सुबह या शाम के समय, आपके
Read Moreगुरु गोविंदसिंहजी शिष्यों को किस प्रकार की दीक्षा देते थे -उस समय पंजाब के सर्वसाधारण के मन में उन्होंने एक ही प्रकार की प्रेरणाको जगाया आदि।
Read Moreनये मठ की भूमि पर श्रीरामकृष्ण की प्रतिष्ठा – आचार्य शंकरकी अनुदारता – बौद्ध धर्म का पतन, कारण-निर्देश – तीर्थमाहात्म्य आदि।
Read Moreस्वामीजी की बाल्य व यौवन अवस्था की कुछ घटनाएँ तथादर्शन – भीतर से मानो कोईवत्तृताराशि को बढ़ाता है ऐसी अनुभूति आदि।
Read Moreकाश्मीर में अमरनाथजी का दर्शन – क्षीरभवानी के मन्दिर मेंदेवीजी की वाणी का श्रवण और मन से सकल संकल्प का त्याग – प्रेतयोनिका अस्तित्व आदि।
Read Moreस्वामीजी की संस्कृत रचना – श्रीरामकृष्णदेव के आगमन सेभाव व भाषा में प्राण का संचार – भाषा में किस प्रकार से ओजस्विता लानीहोगी आदि।
Read Moreनिर्विकल्प समाधि पर स्वामीजी का व्याख्यान – इस समाधि से कौन लोग फिर संसार में लौटकर आ सकते हैं- शिष्य द्वारा स्वामीजी की पूजा आदि।
Read Moreस्वामीजी द्वारा शिष्य को व्यापार वाणिज्य करने के लिएप्रोत्साहित करना – वास्तविक शिक्षा किसे कहते हैं – वास्तविक शिक्षा किसे कहते हैं आदि।
Read Moreस्थान – बेलुड़, किराये का मठ वर्ष – १८९८ ईसवी विषय – “उद्बोधन” पत्र की स्थापना – इस पत्र के
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