मनुष्य का वास्तविक और प्रातिभासिक स्वरूप – स्वामी विवेकानंद (ज्ञानयोग)
“मनुष्य का वास्तविक और प्रातिभासिक स्वरूप” नामक यह व्याख्यान स्वामी विवेकानंद ने न्यू यॉर्क में दिया था। ज्ञान योग पुस्तक
Read Moreस्वामी विवेकानंद का संपूर्ण साहित्य
“मनुष्य का वास्तविक और प्रातिभासिक स्वरूप” नामक यह व्याख्यान स्वामी विवेकानंद ने न्यू यॉर्क में दिया था। ज्ञान योग पुस्तक
Read More“माया और मुक्ति” नामक यह व्याख्यान स्वामी विवेकानंद ने 22 अक्टूबर 1896 को लंदन में दिया था। इस व्याख्यान में
Read More“माया और ईश्वर-धारणा का क्रमविकास” नामक यह व्याख्यान स्वामी विवेकानंद ने 20 अक्टूबर 1896 को लंदन में दिया था। यह
Read More“माया और भ्रम” नामक यह व्याख्यान स्वामी विवेकानंद ने लंदन में दिया था। इसमें स्वामी जी माया के स्वरूप का
Read More“मनुष्य का यथार्थ स्वरूप” नामक यह भाषण स्वामी विवेकानंद ने लंदन में दिया था। यह उनकी प्रसिद्ध पुस्तक ज्ञान योग
Read More“ज्ञानयोग” स्वामी विवेकानंद की मुख्य पुस्तकों में से एक है। इस विषय पर उन्होंने लंदन और न्यू यॉर्क में जो
Read More“वर्तमान भारत” स्वामी विवेकानंद ने देश के अतीत का चित्र खींचकर अवनति का कारण व उन्नति के उपायों को बताया है। पढ़े “वर्तमान भारत” हिंदी में।
Read More“स्वामी विवेकानंद के पत्र – भाग 10” में पढ़ें स्वामी विवेकानंद जी के 40 पत्र हिंदी में। इनमें उनके ओजस्वी विचारों और गहन चिंतन का पता लगता है।
Read More“स्वामी विवेकानंद के पत्र – भाग 9” में पढ़ें स्वामी विवेकानंद जी के 47 पत्र हिंदी में। इनमें उनके ओजस्वी विचारों और गहन चिंतन का पता लगता है।
Read More“स्वामी विवेकानंद के पत्र – भाग 8” में पढ़ें स्वामी विवेकानंद जी के 30 पत्र हिंदी में। इनमें उनके ओजस्वी विचारों और गहन चिंतन का पता लगता है।
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