धर्म

चौथ माता की आरती – Chauth Mata Ki Aarti

चौथ माता की आरती (Chauth Mata Ki Aarti) मुख्यतः करवा चौथ के पवित्र दिन पर की जाती है। लेकिन इसके अतिरिक्त प्रत्येक चतुर्थी के दिन भी इसे गाने का विधान है। इसे गाने से दिन भर के विधि-विधान में यदि कोई कमी रह गई हो तो वह दूर हो जाती है। मान्यता है कि चौथ माता की आरती सब दुःखों को दूर करती है। जो सुहागन इसका पाठ करती है उसका दाम्पत्य जीवन सुखी होता है व दीर्घायुष्य की प्राप्ति होती है। साथ ही घर-परिवार सुख-संपत्ति से परिपूर्ण हो जाता है। पढ़ें चौथ माता की आरती–

ओम जय श्री चौथ मैया, बोलो जय श्री चौथ मैया
सच्चे मन से सुमिरे, सब दुःख दूर भया
ओम जय श्री चौथ मैया

ऊंचे पर्वत मंदिर, शोभा अति भारी
देखत रूप मनोहर, असुरन भयकारी
ओम जय श्री चौथ मैया

महासिंगार सुहावन, ऊपर छत्र फिरे
सिंह की सवारी सोहे, कर में खड्ग धरे
ओम जय श्री चौथ मैया

बाजत नौबत द्वारे, अरु मृदंग डैरु
चौसठ जोगन नाचत, नृत्य करे भैरू
ओम जय श्री चौथ मैया

बड़े बड़े बलशाली, तेरा ध्यान धरे
ऋषि मुनि नर देवा, चरणो आन पड़े
ओम जय श्री चौथ मैया

चौथ माता की आरती, जो कोई सुहगन गावे
बढ़त सुहाग की लाली, सुख सम्पति पावे
ओम जय श्री चौथ मैया

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विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर चौथ माता की आरती (Chauth Mata Ki Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें चौथ माता की आरती रोमन में–

oma jaya śrī cautha maiyā, bolo jaya śrī cautha maiyā
sacce mana se sumire, saba duḥkha dūra bhayā
oma jaya śrī cautha maiyā

ūṃce parvata maṃdira, śobhā ati bhārī
dekhata rūpa manohara, asurana bhayakārī
oma jaya śrī cautha maiyā

mahāsiṃgāra suhāvana, ūpara chatra phire
siṃha kī savārī sohe, kara meṃ khaḍga dhare
oma jaya śrī cautha maiyā

bājata naubata dvāre, aru mṛdaṃga ḍairu
causaṭha jogana nācata, nṛtya kare bhairū
oma jaya śrī cautha maiyā

baḍa़e baḍa़e balaśālī, terā dhyāna dhare
ṛṣi muni nara devā, caraṇo āna paḍa़e
oma jaya śrī cautha maiyā

cautha mātā kī āratī, jo koī suhagana gāve
baḍha़ta suhāga kī lālī, sukha sampati pāve
oma jaya śrī cautha maiyā

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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