धर्म

छठ माता की आरती – Chhath Mata Aarti

छठ माता की आरती” का पाठ छठ पूजा के समय किया जाता है। यह लोकपर्व बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। विशेषतः बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में इस त्यौहार का विशेष महत्व है। इस व्रत में छठी मैया की उपासना की जाती है और सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। पढ़ें छठ माता की आरती-

जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥ जय ॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥ जय ॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥ जय ॥

अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥ जय ॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥ जय ॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥ जय ॥

ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥ जय ॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥ जय ॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥ जय ॥

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर छठ माता की आरती को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह आरती रोमन में–

Read Chhath Mata Aarti Lyrics

jaya chaṭhī maīyā ū je keravā je pharelā khabada se, oha para sugā meड़rāe।
mārabo re sugavā dhanukha se, sugā gire murajhāe॥ jaya ॥

ū je suganī je roelī viyoga se, ādita hoī nā sahāya।
ū je nāriyara je pharelā khabada se, oha para sugā meड़rāe॥ jaya ॥

mārabo re sugavā dhanukha se, sugā gire murajhāe।
ū je suganī je roelī viyoga se, ādita hoī nā sahāya॥ jaya ॥

amarudavā je pharelā khabada se, oha para sugā meड़rāe।
mārabo re sugavā dhanukha se, sugā gire murajhāe॥ jaya ॥

ū je suganī je roelī viyoga se, ādita hoī nā sahāya।
śarīphavā je pharelā khabada se, oha para sugā meड़rāe॥ jaya ॥

mārabo re sugavā dhanukha se, sugā gire murajhāe।
ū je suganī je roelī viyoga se, ādita hoī nā sahāya॥ jaya ॥

ū je sevavā je pharelā khabada se, oha para sugā meड़rāe।
mārabo re sugavā dhanukha se, sugā gire murajhāe॥ jaya ॥

ū je suganī je roelī viyoga se, ādita hoī nā sahāya।
sabhe phalavā je pharelā khabada se, oha para sugā meड़rāe॥ jaya ॥

mārabo re sugavā dhanukha se, sugā gire murajhāe।
ū je suganī je roelī viyoga se, ādita hoī nā sahāya॥ jaya ॥

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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