“चोर की दाढ़ी में तिनका” – अकबर-बीरबल की कहानी
“चोर की दाढ़ी में तिनका” अकबर-बीरबल की एक मज़ेदार कहानी है, जो हमें बताती है कि बीरबल बुद्धिमानी में सबसे आगे था। अन्य अकबर बीरबल की कहानियां पढ़ने के लिए कृपया यहाँ जाएँ – अकबर-बीरबल के किस्से।
बादशाह अकबर के यहाँ एक दिन चोरी हो गई। आलमारी से एक कीमती जेवर गायब हो गया। अकबर ने बीरबल को अन्वेषण करने की आज्ञा दी।
तब बीरबल ने चाल चलने की एक नई तरकीब सोचकर निकाली। उसने पहले आलमारी से बारी-बारी अपने दोनों कान सटाए, गोया कोई बात सुनने की चेष्टा कर रहा हो।
बाद फिर कान हटाकर अकबर से अर्ज किया, “पृथिवीनाथ! वह आपकी आलमारी साफ बतला रही है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है।”
एक दरबारी ने सहम कर अपनी दाढ़ी से हाथ लगाया। यह देखते ही बीरबल ने झट उसे गिरफ्तार कर लिया। उस दरबारी ने थोड़ी देर बाद भरी सभा में अपना अपराध स्वीकार कर लिया।