दुर्गा स्तुति – Durga Stuti
दुर्गा स्तुति (Maa Durga Stuti) का नियमित पाठ करने से भक्तों को देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। देवी दुर्गा की कृपा से भक्तों को सभी प्रकार के कष्टों और दुखों से मुक्ति मिलती है। दुर्गा स्तुति (Durga Stuti In Hindi) का पाठ करने से भक्तों को देवी दुर्गा की शक्ति और दया का अनुभव होता है। देवी दुर्गा की शक्ति और दया से भक्तों को जीवन में सफलता और खुशहाली मिलती है।
जय जग जननी आदि भवानी
जय महिषासुर मारिणी मां
उमा रमा गौरी ब्रह्माणी
जय त्रिभुवन सुख कारिणी मां
हे महालक्ष्मी हे महामाया
तुम में सारा जगत समाया
तीन रूप तीनों गुण धारिणी
तीन काल त्रैलोक बिहारिणी
हरि हर ब्रह्मा इंद्रादिक के
सारे काज संवारिणी माँ
जय जग जननी आदि भवानी
जय महिषासुर मारिणी मां
शैल सुता मां ब्रह्मचारिणी
चंद्रघंटा कूष्मांडा माँ
स्कंदमाता कात्यायनी माता
शरण तुम्हारी सारा जहां॥
कालरात्रि महागौरी तुम हो
सकल रिद्धि सिद्धि धारिणी मां
जय जग जननी आदि भवानी
जय महिषासुर मारिणी माँ
अजा अनादि अनेका एका
आद्या जया त्रिनेत्रा विद्या
नाम रूप गुण कीर्ति अनंता
गावहिं सदा देव मुनि संता।
अपने साधक सेवक जन पर
सुख यश वैभव वारिणी मां
जय जगजननी आदि भवानी
जय महिषासुर मारिणी मां॥
दुर्गति नाशिनी दुर्मति हारिणी दुर्ग निवारण दुर्गा मां
भवभय हारिणी भवजल तारिणी सिंह विराजिनी दुर्गा मां
पाप ताप हर बंध छुड़ाकर जीवो की उद्धारिणी माँ
जय जग जननी आदि भवानी जय महिषासुर मारिणी माँ।
विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर दुर्गा स्तुति संस्कृत में रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें दुर्गा स्तुति (Maa Durga Stuti) रोमन में–
Read Maa Durga Ki Stuti
jaya jaga jananī ādi bhavānī
jaya mahiṣāsura māriṇī māṃ
umā ramā gaurī brahmāṇī
jaya tribhuvana sukha kāriṇī māṃ
he mahālakṣmī he mahāmāyā
tuma meṃ sārā jagata samāyā
tīna rūpa tīnoṃ guṇa dhāriṇī
tīna kāla trailoka bihāriṇī
hari hara brahmā iṃdrādika ke
sāre kāja saṃvāriṇī mā~
jaya jaga jananī ādi bhavānī
jaya mahiṣāsura māriṇī māṃ
śaila sutā māṃ brahmacāriṇī
caṃdraghaṃṭā kūṣmāṃḍā mā~
skaṃdamātā kātyāyanī mātā
śaraṇa tumhārī sārā jahāṃ॥
kālarātri mahāgaurī tuma ho
sakala riddhi siddhi dhāriṇī māṃ
jaya jaga jananī ādi bhavānī
jaya mahiṣāsura māriṇī mā~
ajā anādi anekā ekā
ādyā jayā trinetrā vidyā
nāma rūpa guṇa kīrti anaṃtā
gāvahiṃ sadā deva muni saṃtā।
apane sādhaka sevaka jana para
sukha yaśa vaibhava vāriṇī māṃ
jaya jagajananī ādi bhavānī
jaya mahiṣāsura māriṇī māṃ॥
durgati nāśinī durmati hāriṇī durga nivāraṇa durgā māṃ
bhavabhaya hāriṇī bhavajala tāriṇī siṃha virājinī durgā māṃ
pāpa tāpa hara baṃdha chuḍa़ākara jīvo kī uddhāriṇī mā~
jaya jaga jananī ādi bhavānī jaya mahiṣāsura māriṇī mā~।
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