धर्म

हो दीनानाथ – Ho Deenanath Lyrics

पढ़ें “हो दीनानाथ” लिरिक्स

सोना सट कुनिया हो दीनानाथ
हे घूमइछा संसार
हे घूमइछा संसार
सोना सट कुनिया हो दीनानाथ
हे घूमइछा संसार
हे घूमइछा संसार

आन दिन उगइ छा हो दीनानाथ
आहे भोर भिनसार
आहे भोर भिनसार

आजू के दिनवा हो दीनानाथ
हे लागल एती बेर
हे लागल एती बेर

बाट में भेटिए गेल गे अबला
एकटा अन्हरा पुरुष
एकटा अन्हरा पुरुष

अंखिया दिएइते गे अबला
हे लागल एती बेर
हे लागल एती बेर

बाट में भेटिए गेल गे अबला
एकटा बाझिनिया
एकटा बाझिनिया

बालक दिएइते गे अबला
हे लागल एती बेर
हे लागल एती बेर

बाट में भेटिए गेल गे अबला
एकटा कोडिया पुरुष
एकटा कोडिया पुरुष

कायावा की एइते गे अबला
हे लागल एती बेर
हे लागल एती बेर
हे लागल एती बेर
हे लागल एती बेर
हे लागल एती बेर

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हो दीनानाथ गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें छठ पूजा का गीत (Chhath Geet) रोमन में-

Read Ho Deenanath Lyrics

sonā saṭa kuniyā ho dīnānātha
he ghūmaichā saṃsāra
he ghūmaichā saṃsāra
sonā saṭa kuniyā ho dīnānātha
he ghūmaichā saṃsāra
he ghūmaichā saṃsāra

āna dina ugai chā ho dīnānātha
āhe bhora bhinasāra
āhe bhora bhinasāra

ājū ke dinavā ho dīnānātha
he lāgala etī bera
he lāgala etī bera

bāṭa meṃ bheṭie gela ge abalā
ekaṭā anharā puruṣa
ekaṭā anharā puruṣa

aṃkhiyā dieite ge abalā
he lāgala etī bera
he lāgala etī bera

bāṭa meṃ bheṭie gela ge abalā
ekaṭā bājhiniyā
ekaṭā bājhiniyā

bālaka dieite ge abalā
he lāgala etī bera
he lāgala etī bera

bāṭa meṃ bheṭie gela ge abalā
ekaṭā koḍiyā puruṣa
ekaṭā koḍiyā puruṣa

kāyāvā kī eite ge abalā
he lāgala etī bera
he lāgala etī bera
he lāgala etī bera
he lāgala etī bera
he lāgala etī bera

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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