धर्म

जय काली कलकत्ते वाली – Jai Kali Kalkatte Wali

पढ़ें “जय काली कलकत्ते वाली” लिरिक्स

जय काली जय काली जय काली जय काली

जय काली जय काली काली
जय काली कलकते वाली जय काली
वार तेरा न जाये खाली जय काली जय काली काली।

गल मुंडा दी माला जचदी ,
कटे भुज्जावा दा लहंगा पा के नचदी,
भरीया रक्त नाल खप्पर खाली जय काली जय काली काली।

जय काली कलकते वाली जय काली।
जय काली कलकते वाली जय काली॥

जदो रूप हो जावे चंडी,
फिर दुष्टां दी वज जावे तुम्बी,
नेना दे विच भेरा दी लाली जय काली जय काली काली।

जय काली कलकते वाली जय काली।
जय काली कलकते वाली जय काली॥

शुम्भ निस्शुम नु मार डाली माँ
अपने भगता नु पार निकाली माँ
सो सो शेरा तो वध बलशाली जय काली जय काली काली।

जय काली कलकते वाली जय काली।
जय काली कलकते वाली जय काली॥
दुर्गे रूप च त्रिशूल साजे
काली च खड़ खड खडग वाजे

शिव भगतां नु भक्षण वाली जय काली जय काली काली।
जय काली कलकते वाली जय काली।
जय काली कलकते वाली जय काली॥

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर जय काली कलकत्ते वाली भजन को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें जय काली कलकत्ते वाली भजन रोमन में-

Read Jai Kali Kalkatte Wali Lyrics

jaya kālī jaya kālī jaya kālī jaya kālī

jaya kālī jaya kālī kālī
jaya kālī kalakate vālī jaya kālī
vāra terā na jāye khālī jaya kālī jaya kālī kālī।

gala muṃḍā dī mālā jacadī ,
kaṭe bhujjāvā dā lahaṃgā pā ke nacadī,
bharīyā rakta nāla khappara khālī jaya kālī jaya kālī kālī।

jaya kālī kalakate vālī jaya kālī।
jaya kālī kalakate vālī jaya kālī॥

jado rūpa ho jāve caṃḍī,
phira duṣṭāṃ dī vaja jāve tumbī,
nenā de vica bherā dī lālī jaya kālī jaya kālī kālī।

jaya kālī kalakate vālī jaya kālī।
jaya kālī kalakate vālī jaya kālī॥

śumbha nisśuma nu māra ḍālī mā~
apane bhagatā nu pāra nikālī mā~
so so śerā to vadha balaśālī jaya kālī jaya kālī kālī।

jaya kālī kalakate vālī jaya kālī।
jaya kālī kalakate vālī jaya kālī॥
durge rūpa ca triśūla sāje
kālī ca khaḍa़ khaḍa khaḍaga vāje

śiva bhagatāṃ nu bhakṣaṇa vālī jaya kālī jaya kālī kālī।
jaya kālī kalakate vālī jaya kālī।
jaya kālī kalakate vālī jaya kālī॥

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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