कविता

जय श्री राम – Jai Shri Ram Lyrics in Hindi

“जय श्री राम” 2023 की प्रसिद्ध फ़िल्म आदिपुरुष का गाना है। इसे सुरों से सजाया है साईचरण भाकरुणि ने व संगीतबद्ध किया है अजय-अतुल ने। अजय-अतुल की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में प्रभास, कृति सैनन, सैफ अली खान और अमिताभ बच्चन ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें जय श्री राम (Jai Shree Ram) के बोल हिंदी में (Jai Shri Ram lyrics in Hindi)–

“जय श्री राम” लिरिक्स

तेरे ही भरोसे हैं हम
तेरे ही सहारे
दुबिधा की घड़ी में ये मन
तुझे ही पुकारे

तेरे ही बल से है बल हमारा
तू ही करेगा मंगल हमारा
मंत्रो से बड़के तेरा नाम

जय श्रीराम
जय श्रीराम
जय श्रीराम
राजा राम

जय श्रीराम
जय श्रीराम
जय श्रीराम
राजा राम

जय श्रीराम
जय श्रीराम
जय श्रीराम
राजा राम

जय श्रीराम
जय श्रीराम
जय श्रीराम

आदिपुरुष से जुड़े तथ्य

फिल्मआदिपुरुष
वर्ष2023
गायक / गायिकासाईचरण भाकरुणि
संगीतकारअजय-अतुल
गीतकारअजय-अतुल
अभिनेता / अभिनेत्रीप्रभास, कृति सैनन, सैफ अली खान, अमिताभ बच्चन

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम जय श्री राम गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Jai Shri Ram रोमन में-

Jai Shri Ram Lyrics in Hindi

tere hī bharose haiṃ hama
tere hī sahāre
dubidhā kī ghaड़ī meṃ ye mana
tujhe hī pukāre

tere hī bala se hai bala hamārā
tū hī karegā maṃgala hamārā
maṃtro se baड़ke terā nāma

jaya śrī rāma
jaya śrī rāma
jaya śrī rāma
rājā rāma

jaya śrī rāma
jaya śrī rāma
jaya śrī rāma
rājā rāma

jaya śrī rāma
jaya śrī rāma
jaya śrī rāma
rājā rāma

jaya śrī rāma
jaya śrī rāma
jaya śrī rāma

Facts about the Song

FilmAdipurush
Year2023
SingerSaicharan Bhaakaruni
MusicAjay-Atul
LyricsAjay-Atul
ActorsPrabhas, Kriti Sanon, Saif Ali Khan, Amitabh Bachchan

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version