धर्म

कैला मैया की आरती – Kela Maiya Ki Aarti

कैला मैया की आरती (Kela Maiya Ki Aarti) हर प्रकार का हित करने वाली और भक्तों के दुःखों का नाश करने वाली है। माँ तो पूरे संसार का आधार है। कैला मैया की आरती गाकर जो उनसे मांगा जाता है वे अपने भक्तों को अवश्य प्रदान करती हैं। जो भक्त केला माता की शरण में जाता है मैया उसकी रक्षा सदैव करती हैं। कैला मैया की आरती न केवल भक्ति की अलौकिक आभा से हृदय को सराबोर कर देती है बल्कि भव-बंधन काटकर मुक्ति भी देती है। वे निःसंतानों को संतान और निर्धनों को अपार धन प्रदान करने वाली हैं। पढ़ें कैला मैया की आरती–

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ॐ जय कैला रानी,
मैया जय कैला रानी।
ज्योति अखंड दिये माँ
तुम सब जगजानी॥

तुम हो शक्ति भवानी
मन वांछित फल दाता।
मैया मन वांछित फल दाता॥
अद्भुत रूप अलौकिक
सदानन्द माता॥
ॐ जय कैला रानी…

गिरि त्रिकूट पर आप
बिराजी चामुंडा संगा॥
मैया चामुंडा संगा॥
भक्तन पाप नसावौं
बन पावन गंगा
ॐ जय कैला रानी…

भक्त बहोरा द्वारे रहता
करता अगवानी॥
मैया करता अगवानी॥
लाल ध्वजा नभ चूमत
राजेश्वर रानी॥
ॐ जय कैला रानी…

नौबत बजे भवन में
शंक नाद भारी॥
मैया शंक नाद भारी॥
जोगन गावत नाचत
दे दे कर तारी॥
ॐ जय कैला रानी…

ध्वजा नारियल रोली
पान सुपारी साथा॥
मैया पान सुपारी साथा॥
लेकर पड़े प्रेम से
जो जन यहाँ आता॥
ॐ जय कैला रानी…

दर्श पार्श कर माँ के
मुक्ती जान पाता॥
मैया मुक्ती जान पाता॥
भक्त सरन है तेरी
रख अपने साथा॥
ॐ जय कैला रानी…

कैला जी की आरती
जो जन है गाता॥
मैया जो जन है गाता॥
भक्त कहे भव सागर
पार उतर जाता॥
ॐ जय कैला रानी…

मैया जय कैला रानी।
ज्योति अखंड दिये माँ
तुम सब जगजानी॥

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विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर कैला मैया की आरती (Kela Maiya Ki Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें कैला मैया की आरती रोमन में–

Kela Maiya Ki Aarti

oṃ jaya kailā rānī,
maiyā jaya kailā rānī।
jyoti akhaṃḍa diye mā~
tuma saba jagajānī॥

tuma ho śakti bhavānī
mana vāṃchita phala dātā।
maiyā mana vāṃchita phala dātā॥
adbhuta rūpa alaukika
sadānanda mātā॥
oṃ jaya kailā rānī…

giri trikūṭa para āpa
birājī cāmuṃḍā saṃgā॥
maiyā cāmuṃḍā saṃgā॥
bhaktana pāpa nasāvauṃ
bana pāvana gaṃgā॥
oṃ jaya kailā rānī…

bhakta bahorā dvāre rahatā
karatā agavānī॥
maiyā karatā agavānī॥
lāla dhvajā nabha cūmata
rājeśvara rānī॥
oṃ jaya kailā rānī…

naubata baje bhavana meṃ
śaṃka nāda bhārī॥
maiyā śaṃka nāda bhārī॥
jogana gāvata nācata
de de kara tārī॥
oṃ jaya kailā rānī…

dhvajā nāriyala rolī
pāna supārī sāthā॥
maiyā pāna supārī sāthā॥
lekara paḍa़e prema se
jo jana yahā~ ātā॥
oṃ jaya kailā rānī…

darśa pārśa kara mā~ ke
muktī jāna pātā॥
maiyā muktī jāna pātā॥
bhakta sarana hai terī
rakha apane sāthā॥
oṃ jaya kailā rānī…

kailā jī kī āratī
jo jana hai gātā॥
maiyā jo jana hai gātā॥
bhakta kahe bhava sāgara
pāra utara jātā॥

oṃ jaya kailā rānī,
maiyā jaya kailā rānī।
jyoti akhaṃḍa diye mā~
tuma saba jagajānī॥

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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