धर्म

कृष्णाय वासुदेवाय – Krishnaya Vasudevaya Haraye Paramatmane Mantra

मथुरा के प्रसिद्ध श्री प्रेमानंद महाराज का कहना है कि “कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः।” इस मंत्र का पाठ करने से हमारी कठिनाइयों दूर होती हैं और हमें पीड़ा सहन करने की शक्ति मिलती है।

भगवान शिव, जिन्होंने यह महत्वपूर्ण मंत्र माता पार्वती को सिखाया, कहते हैं कि जो लोग नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करते हैं, उन्हें न केवल अपने पापों से मुक्ति मिलेगी, बल्कि समय के साथ उनकी आत्मा भगवान विष्णु के लोक, जिसे विष्णु लोक कहा जाता है, की प्राप्ति करेगी।

ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः ॥

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर यह कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने मंत्र को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह मंत्र रोमन में–

Read Krishnaya Vasudevaya Haraye Paramatmane Mantra Lyrics

oṃ kṛṣṇāya vāsudevāya haraye paramātmane।
praṇataḥ kleśanāśāya goviṃdāya namo namaḥ ॥

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सुरभि भदौरिया

सात वर्ष की छोटी आयु से ही साहित्य में रुचि रखने वालीं सुरभि भदौरिया एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी चलाती हैं। अपने स्वर्गवासी दादा से प्राप्त साहित्यिक संस्कारों को पल्लवित करते हुए उन्होंने हिंदीपथ.कॉम की नींव डाली है, जिसका उद्देश्य हिन्दी की उत्तम सामग्री को जन-जन तक पहुँचाना है। सुरभि की दिलचस्पी का व्यापक दायरा काव्य, कहानी, नाटक, इतिहास, धर्म और उपन्यास आदि को समाहित किए हुए है। वे हिंदीपथ को निरन्तर नई ऊँचाइंयों पर पहुँचाने में सतत लगी हुई हैं।

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