कविता

लकड़ी की काठी – Lakdi Ki Kaathi Lyrics in Hindi

“लकड़ी की काठी काठी पे घोड़ा” 1983 की प्रसिद्ध फ़िल्म मासूम का गाना है। इसे सुरों से सजाया है गौरी बापट, गुरप्रीत कौर और वनिता मिश्रा ने व संगीतबद्ध किया है आर.डी.बर्मन ने। गुलज़ार की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में नसीरुद्दीन शाह, जुगल हंसराज, उर्मिला मातोंडकर और शबाना आज़मी ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें लकड़ी की काठी काठी का घोड़ा के बोल हिंदी में (Lakdi Ki Kaathi Lyrics)–

“लकड़ी की काठी नही जिंदगी” लिरिक्स

लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा
घोडे की दुम पे जो मारा हथौड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा

घोडे की दुम पे जो मारा हथौड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा
घोडे की दुम पे जो मारा हथौड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

घोड़ा पहुंचा चौक में
चौक में था नाई
घोड़े जी की नाई ने हजामत जो बनाई
टग-बग, टग-बग
टग-बग, टग-बगघोड़ा पहुंचा चौक में
चौक में था नाई
घोड़े जी की नाई ने हजामत जो बनाई
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा
घोडे की दुम पे जो मारा हथौड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
ला ला ला ला ला ला ला..
ला ला ला ला ला ला ला..

घोड़ा था घमंडी
पहुंचा सब्जी मंडी
सब्जी मंडी बरफ पड़ी थी
बरफ में लग गई ठंडी
टग-बग, टग-बग
टग-बग, टग-बग

घोड़ा था घमंडी
पहुंचा सब्जी मंडी
सब्जी मंडी बरफ पड़ी थी
बरफ में लग गई ठंडी
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा
घोडे की दुम पे जो मारा हथौड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

घोड़ा अपना तगड़ा है
देखो कितनी चर्बी है
चलता है महरौली में
पर घोड़ा अपना अरबी है

घोड़ा अपना तगड़ा है
देखो कितनी चर्बी है
चलता है महरौली में
पर घोड़ा अपना अरबी है

बाँह छुड़ा के दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा
घोडे की दुम पे जो मारा हथौड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

ला ला ला ला ला ला ला..
ला ला ला ला ला ला ला..

मासूम से जुड़े तथ्य

फिल्ममासूम
वर्ष1983
गायक / गायिकागौरी बापट, गुरप्रीत कौर, वनिता मिश्रा
संगीतकारआर.डी.बर्मन
गीतकारगुलज़ार
अभिनेता / अभिनेत्रीनसीरुद्दीन शाह, जुगल हंसराज, उर्मिला मातोंडकर, शबाना आज़मी

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम लकड़ी की काठी गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Lakdi Ki Kaathi रोमन में-

Lakdi Ki Kaathi Lyrics in Hindi

lakaḍa़ī kī kāṭhī, kāṭhī pe ghoḍa़ā
ghoḍe kī duma pe jo mārā hathauḍa़ā
dauḍa़ā dauḍa़ā dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā
lakaḍa़ī kī kāṭhī, kāṭhī pe ghoḍa़ā

ghoḍe kī duma pe jo mārā hathauḍa़ā
dauḍa़ā dauḍa़ā dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā

lakaḍa़ī kī kāṭhī, kāṭhī pe ghoḍa़ā
ghoḍe kī duma pe jo mārā hathauḍa़ā
dauḍa़ā dauḍa़ā dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā

ghoḍa़ā pahuṃcā cauka meṃ
cauka meṃ thā nāī
ghoḍa़e jī kī nāī ne hajāmata jo banāī
ṭaga-baga, ṭaga-baga
ṭaga-baga, ṭaga-bagaghoḍa़ā pahuṃcā cauka meṃ
cauka meṃ thā nāī
ghoḍa़e jī kī nāī ne hajāmata jo banāī
dauḍa़ā dauḍa़ā dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā

lakaḍa़ī kī kāṭhī, kāṭhī pe ghoḍa़ā
ghoḍe kī duma pe jo mārā hathauḍa़ā
dauḍa़ā dauḍa़ā dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā
lā lā lā lā lā lā lā..
lā lā lā lā lā lā lā..

ghoḍa़ā thā ghamaṃḍī
pahuṃcā sabjī maṃḍī
sabjī maṃḍī barapha paḍa़ī thī
barapha meṃ laga gaī ṭhaṃḍī
ṭaga-baga, ṭaga-baga
ṭaga-baga, ṭaga-baga

ghoḍa़ā thā ghamaṃḍī
pahuṃcā sabjī maṃḍī
sabjī maṃḍī barapha paḍa़ī thī
barapha meṃ laga gaī ṭhaṃḍī
dauḍa़ā dauḍa़ā dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā

lakaḍa़ī kī kāṭhī, kāṭhī pe ghoḍa़ā
ghoḍe kī duma pe jo mārā hathauḍa़ā
dauḍa़ā dauḍa़ā dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā

ghoḍa़ā apanā tagaḍa़ā hai
dekho kitanī carbī hai
calatā hai maharaulī meṃ
para ghoḍa़ā apanā arabī hai

ghoḍa़ā apanā tagaḍa़ā hai
dekho kitanī carbī hai
calatā hai maharaulī meṃ
para ghoḍa़ā apanā arabī hai

bā~ha chuḍa़ā ke dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā

lakaḍa़ī kī kāṭhī, kāṭhī pe ghoḍa़ā
ghoḍe kī duma pe jo mārā hathauḍa़ā
dauḍa़ā dauḍa़ā dauḍa़ā ghoḍa़ā duma uṭhā ke dauḍa़ā

lā lā lā lā lā lā lā..
lā lā lā lā lā lā lā..

Facts about the Song

FilmMasoom
Year1983
SingerGauri Bapat, Gurpreet Kaur, Vanita Mishra
MusicR. D. Burman
LyricsGulzar
ActorsNaseeruddin Shah, Jugal Hansraj, Urmila Matondkar, Shabana Azmi

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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