कविता

मां तुझे सलाम – Ma Tujhe Salam Lyrics

“मां तुझे सलाम” के बोल अर्थात् लिरिक्स पढ़ें हिंदी में। ए.आर.रहमान की आवाज़ में सजे इस गीत के संगीतकार हैं ए.आर.रहमान व लिखा है महबूब ने।

यहाँ-वहाँ सारा जहां देख लिया है
कहीं भी तेरे जैसा कोई नहीं है
अस्सी नहीं, सौ दिन दुनिया घूमा है
नहीं कहीं तेरे जैसा कोई नहीं

मैं गया जहाँ भी, बस तेरी याद थी
जो मेरे साथ थी, मुझको तड़पाती
रुलाती

सबसे प्यारी, तेरी सूरत
प्यार है बस तेरा, प्यार ही..
माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम
मम्मा तुझे सलाम
(वन्दे मातरम, वन्दे मातरम) -4

तेरे पास ही मैं, आ रहा हूँ
अपनी बाहें खोल दे
ज़ोर से मुझको, गले लगा ले
मुझको फिर वो प्यार दे

आ… आ..
तूही ज़िन्दगी है
तूही मेरी मोहब्बत है
तेरे ही पैरों में जन्नत है
तू दिल, तू जां, अम्मा

माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम
मम्मा तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
(वन्दे मातरम, वन्दे मातरम) -5
वन्दे मातरम, वन्दे मातरम…
आ..आ…
वन्दे मातरम, वन्दे मातरम…

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम मां तुझे सलाम गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Ma Tujhe Salam Lyrics रोमन में-

Read Ma Tujhe Salam Lyrics

yahā~-vahā~ sārā jahāṃ dekha liyā hai
kahīṃ bhī tere jaisā koī nahīṃ hai
assī nahīṃ, sau dina duniyā ghūmā hai
nahīṃ kahīṃ tere jaisā koī nahīṃ

maiṃ gayā jahā~ bhī, basa terī yāda thī
jo mere sātha thī, mujhako taḍa़pātī
rulātī

sabase pyārī, terī sūrata
pyāra hai basa terā, pyāra hī..
mā~ tujhe salāma, mā~ tujhe salāma
mammā tujhe salāma
(vande mātarama, vande mātarama) -4

tere pāsa hī maiṃ, ā rahā hū~
apanī bāheṃ khola de
ज़ora se mujhako, gale lagā le
mujhako phira vo pyāra de

ā… ā..
tūhī ज़indagī hai
tūhī merī mohabbata hai
tere hī pairoṃ meṃ jannata hai
tū dila, tū jāṃ, ammā

mā~ tujhe salāma, mā~ tujhe salāma
mammā tujhe salāma
mā~ tujhe salāma
(vande mātarama, vande mātarama) -5
vande mātarama, vande mātarama…
ā..ā…
vande mātarama, vande mātarama…

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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