ग्रंथधर्म

महाभारत का अरयण्क पर्व – Mahabharat Aranyak Parv in Hindi

अरयण्क पर्व महाभारत का तीसरा पर्व है। इसमें बाईस उपपर्व हैं। इस पर्व में 315 अध्याय हैं। महाभारत के अन्य पर्व पढ़ने के लिए कृपया यहाँ देखें – संपूर्ण महाभारत की कथा

आइए, पढ़ते हैं महाभारत का अरयण्क पर्व संस्कृत श्लोकों और उनके हिंदी अर्थ के साथ–

अरयण्क पर्व के उपपर्व

  1. अरण्य पर्व
  2. किर्मीरवध पर्व
  3. अर्जुनाभिगमन पर्व
  4. कैरात पर्व
  5. इन्द्रलोकाभिगमन पर्व
  6. नलोपाख्यान पर्व
  7. तीर्थयात्रा पर्व
  8. जटासुरवध पर्व
  9. यक्षयुद्ध पर्व
  10. निवातकवचयुद्ध पर्व
  11. अजगरपर्व
  12. मार्कण्डेयसमस्या पर्व 
  13. द्रौपदीसत्यभामा पर्व
  14. घोषयात्रा पर्व
  15. मृगस्वप्नोद्भव पर्व
  16. ब्रीहिद्रौणिक पर्व
  17. द्रौपदीहरण पर्व
  18. जयद्रथविमोक्ष पर्व
  19. रामोपाख्यान पर्व
  20. पतिव्रतामाहात्म्य पर्व
  21. कुण्डलाहरण पर्व
  22. आरणेय पर्व

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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