धर्म

महाराणा प्रताप की आरती – Maharana Pratap Ki Aarti

पढ़ें “महाराणा प्रताप की आरती” लिरिक्स

जय प्रताप महाराणे,
जय प्रताप महाराणे।
जय प्रताप महाराणे,
जय प्रताप महाराणे ॥

मातृभूमि रक्षा को ठाने,
विजय पताका को फहराने।
निकल पड़े चेतक पर जाने, |
हाथ में लिये भाले ॥ जय…

दुश्मन बस मेवाड़ को पाने,
बार बार आये टकराने।
किये लड़ाई जंग में डटकर,
गज भर सीना ताने ॥ जय….

तेजतेज से तुम्हरे बाणा,
बड़े प्रतापी तुम महाराणा।
शत्रु को पड़ गये युद्ध भूमि में,
लोहे के चने चबाने ॥ जय…

वीर पूत चवड़े छाती के,
रण भूमि हल्दी घाटी के।
कर्ज़ चूकाने को माटी के,
बैरी को लगाये ठिकाने ॥ जय….

तनमनधन सबकुछ लुटाके,
माँ के दूधका कर्ज़ चुकाने।
देश का स्वाभिमान बचाने,
पड़े घास की रोटी खाने ॥ जय…

सुनसुन के तुम्हरी गाथा,
हिन्दोस्तानी नवावय माथा।
देशभक्त आज़ादी के सब,
हो गये बड़े दीवाने ॥ जय….

इतिहास रचे निजबल बूतों पे,
आदर्श बने राजपूतों के।
गर्व तुम पे करता समूचा,
देश भर के राजपूताने ॥ जय….

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर महाराणा प्रताप की आरती को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह आरती रोमन में–

Read Maharana Pratap Ki Aarti

jaya pratāpa mahārāṇe,
jaya pratāpa mahārāṇe।
jaya pratāpa mahārāṇe,
jaya pratāpa mahārāṇe ॥

mātṛbhūmi rakṣā ko ṭhāne,
vijaya patākā ko phaharāne।
nikala paḍa़e cetaka para jāne, |
hātha meṃ liye bhāle ॥ jaya…

duśmana basa mevāḍa़ ko pāne,
bāra bāra āye ṭakarāne।
kiye laḍa़āī jaṃga meṃ ḍaṭakara,
gaja bhara sīnā tāne ॥ jaya….

tejateja se tumhare bāṇā,
baḍa़e pratāpī tuma mahārāṇā।
śatru ko paḍa़ gaye yuddha bhūmi meṃ,
lohe ke cane cabāne ॥ jaya…

vīra pūta cavaḍa़e chātī ke,
raṇa bhūmi haldī ghāṭī ke।
karja़ cūkāne ko māṭī ke,
bairī ko lagāye ṭhikāne ॥ jaya….

tanamanadhana sabakucha luṭāke,
mā~ ke dūdhakā karja़ cukāne।
deśa kā svābhimāna bacāne,
paḍa़e ghāsa kī roṭī khāne ॥ jaya…

sunasuna ke tumharī gāthā,
hindostānī navāvaya māthā।
deśabhakta āja़ādī ke saba,
ho gaye baḍa़e dīvāne ॥ jaya….

itihāsa race nijabala būtoṃ pe,
ādarśa bane rājapūtoṃ ke।
garva tuma pe karatā samūcā,
deśa bhara ke rājapūtāne ॥ jaya….

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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