धर्म

माता के भजन हिंदी में – Mata Ke Bhajan

माता के भजन हिन्दी में पढ़ें और माँ की भक्ति में डूब जाएँ। माता तो जगज्जननी है और सारा संसार मात्र उनकी ही लीला है। देवी माँ का निरन्तर स्मरण माया के बन्धनों को छिन्न कर देता है और ज्ञान के प्रकाश का द्वार खोल देता है। नाम, धन, स्वास्थ्य या अन्य कोई मनोकामना हो–सभी माँ की कृपा से पूर्ण हो जाती हैं। जो भक्त श्रद्धाभाव से माता के भजन गाता या पढ़ता है, निश्चित ही उसका हृदय-तिमिर तिरोहित होने लगता है। पढ़ें माता रानी क न्यू भजन व घरेलू भजन-

माता के भजन

1. आए नवरात्रे माता के
2. आज तेरा जगराता माता
3. ओ आये तेरे भवन
4. चल चला चल ओ भगता चल चला चल
5. चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है

6. जम्मू दी पहाड़िया ते डेरा लाऊँन वालिये
7. तेरे पावन माँ नवरात्रों में
8. तेरे नाम का करम है ये सारा
9. तेरे भाग्य के चमकेंगे तारे
10. तेरे मंदिरों की शान निराली

11. तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है|
12. तूने मुझे बुलाया
13. दुर्गा अमृतवाणी भजन
14. दुर्गा है मेरी मां
15. धरती गग में होती है

16. नाम तेरा दुर्गे मैया हो गया
17. बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी
18. भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अंबे
19. मात अंग चोला साजे
20. मैया का चोला है रंगला

21. माता रानी फल देगी आज नहीं तो कल देगी
22. मैया तेरी जय जयकार
23. मेरी झोली छोटी
24. मंगल की सेवा सुन मेरी देवा
25. मैं बालक तू माता शेरावालिए

26. मा का दिल
27. मां दूजा कोई द्वार ना दिखे
28. मेरी मां के बराबर कोई नहीं
29. लेके पूजा की थाली जोत मन की जगाली
30. ले अम्बे नाम चल रे

31. लाल लाल चुनरी सितारों वाली
32. शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
33. अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि
34. माँ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल
35. आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा

36. लाली लाली लाल चुनरियाँ
37. धूम मची है धूम
38. एक भोली भाली कन्या
39. तेरी तुलना किससे करूँ
40. माई है ना

41. सोहना दरबार
42. मेरे घर आओ मैया नवरात्रों
43. ओ माँ पहाड़ा वालिये
44. नैन तेरे माँ नैना देवी
45. भवानी

46. दाती तेरे मंदिरा ते
47. मंदिर सोहना विच ज्वाला
48. मैं दातिये तेरे नाम दी दीवानी
49. सोना चांदी हीरे मोती
50. ओ जगंल के राजा मेरी मैया को ले के आजा

51. बता दे पुरवईया भवानी कब आयेगी
52. तू भीख ना देगी तो
53. नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ इक तेरा पुजारी
54. तूने सबके काज सवारे माँ
55. रण में कूद पड़ी महाकाली

56. सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार माता रानी
57. जय माता चिंतपूर्णी
58. तेरे दर पे सर झुकाया
59. अम्बे अम्बे कब से पुकारूँ
60. हे मात मेरी

61. मीठी मीठी ताली
62. कौन कहता है
63. मेरी अखियों के सामने
64. दुर्गे जगो दुर्गति नाशिनी माँ
65. अमृत बरसे माता रानी

66. माता रानी ने कृपा बरसाई
67. अष्टमी का दिन है
68. माँ तेरी सदा ही जय
69. माता वैष्णो के आए नवरात्रे
70. मानो तो मैं गंगा

71. गंगा मैया में जब तक
72. गंगा तेरा पानी अमृत
73. बरस रहा रंग तेरे दरबार
74. कल्ले कल्ले दी शिकायत लावांगा
75. सर को झुकालो

76. ओढ़ के चुनरिया लाल मैया जी मेरे घर आना
77. बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
78. काली काली अमावस की रात में
79. अंगना पधारो महारानी
80. सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे माँ


81. अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे
82. दे दे थोड़ा प्यार मैया
83. लाल रंग मन भावे
84. अमृत की बरसे बदरिया
85. जय माता दी – धुनी माँ के नाम की

86. जहाँ आसमां झुके जमीं पर
87. शेरावाली दा चोला लाल
88. शेर की सवारी
89. करती शेर सवारी माँ
90. नवराते माँ के आ गए

91. तेरा हो रहा माँ जगराता
92. झोलियां भरवाके लाये है
93. मिश्री से भी मीठा नाम तेरा माता
94. ऊंचे ऊंचे पर्वत पे
95. मिश्री से भी मीठा नाम तेरा माता

96. झोलियां भरवाके लाये है
97. तेरा हो रहा माँ जगराता
98. नवराते माँ के आ गए
99. करती शेर सवारी माँ
100. शेर की सवारी

101. नमो नमो हे झंडेवाली
102. मैनु की पता
103. तू मैया मैं तेरा लाल नी माये
104. फुल्लां वाली बरसात
105. हे ज्योति रूप ज्वाला माँ मेरी अंबे

106. आये तेरे नवरात्रे मैया
107. चलो मुम्मी-पापा चलो
108. दो एकम दो
109. मैया जग दाता दी इक
110. आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं

112. मन लेके आया माता रानी
113. आजा मां तनु अखियां





हमें आशा है कि यहाँ दिए गए माता के भजन आपके लिए उपयोगी सिद्ध होंगे। इनके गायन से आपके अन्तःकरण में भक्ति की ज्योति जागृत होगी तथा निश्चित ही सभी इच्छाओं की पूर्ति होगी। यदि कुछ ऐसे भजन हों जो यहाँ सूची में दिए गए हों तो कृपया हमें टिप्पणी करके अवश्य बताएँ। हम उन्हें शीघ्रातिशीघ्र हिन्दीपथ पर प्रस्तुत करेंगे।

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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