धर्म

राणी सती दादी आरती – Rani Sati Dadi Aarti

राणी सती दादी आरती (Rani Sati Dadi Aarti) पढ़ें जो चमत्कारी शक्तियों से परिपूर्ण है। कहते हैं कि राणी सती दादी आरती और श्री राणी सती चालीसा का पाठ करने से मार्ग में आने वाले व्यवधान समूल नष्ट हो जाते हैं। वे लोग जिनके काम बनते-बनते बिगड़ जाते हों, इस आरती को करने से उनके काम बनने लगते हैं। साथ ही मान्यता है कि राणी सती दादी आरती करने से पापों का परिहार भी हो जाता है। जीवन में हर कार्य की सिद्धि के लिए तथा सफलता व समृद्धि की दिशा में बढ़ने के लिए भी बहुत से लोग श्री राणी सती दादी आरती करते हैं।

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता।
अपने भक्त जनन की,
दूर करन विपत्ती॥

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता॥

अवनि अननंतर ज्योति अखंडीत,
मंडितचहुँक कुंभा।
दुर्जन दलन खडग की,
विद्युतसम प्रतिभा॥

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता॥

मरकत मणि मंदिर अतिमंजुल,
शोभा लखि न पडे।
ललित ध्वजा चहुँ ओरे,
कंचन कलश धरे॥

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता॥

घंटा घनन घडावल बाजे,
शंख मृदुग घूरे।
किन्नर गायन करते,
वेद ध्वनि उचरे॥

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता॥

सप्त मात्रिका करे आरती,
सुरगण ध्यान धरे।
विविध प्रकार के व्यजंन,
श्रीफल भेट धरे॥

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता॥

संकट विकट विदारनि,
नाशनि हो कुमति।

सेवक जन ह्रदय पटले,
मृदूल करन सुमति॥

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता॥

अमल कमल दल लोचनी,
मोचनी त्रय तापा ।
त्रिलोक चंद्र मैया तेरी,
शरण गहुँ माता॥

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता॥

या मैया जी की आरती,
प्रतिदिन जो कोई गाता।
सदन सिद्ध नव निध फल,
मनवांछित पावे॥

ॐ जय श्री राणी सती माता,
मैया जय राणी सती माता।
अपने भक्त जनन की,
दूर करन विपत्ती॥

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर राणी सती दादी आरती (Rani Sati Dadi Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें राणी सती दादी आरती रोमन में–

Rani Sati Dadi Aarti

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā।
apane bhakta janana kī,
dūra karana vipattī॥

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā॥

avani ananaṃtara jyoti akhaṃḍīta,
maṃḍitacahu~ka kuṃbhā।
durjana dalana khaḍaga kī,
vidyutasama pratibhā॥

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā॥

marakata maṇi maṃdira atimaṃjula,
śobhā lakhi na paḍe।
lalita dhvajā cahu~ ore,
kaṃcana kalaśa dhare॥

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā॥

ghaṃṭā ghanana ghaḍāvala bāje,
śaṃkha mṛduga ghūre।
kinnara gāyana karate,
veda dhvani ucare॥

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā॥

sapta mātrikā kare āratī,
suragaṇa dhyāna dhare।
vividha prakāra ke vyajaṃna,
śrīphala bheṭa dhare॥

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā॥

saṃkaṭa vikaṭa vidārani,
nāśani ho kumati।
sevaka jana hradaya paṭale,
mṛdūla karana sumati॥

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā॥

amala kamala dala locanī,
mocanī traya tāpā।
triloka caṃdra maiyā terī,
śaraṇa gahu~ mātā॥

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā॥

yā maiyā jī kī āratī,
pratidina jo koī gātā।
sadana siddha nava nidha phala,
manavāṃchita pāve॥

oṃ jaya śrī rāṇī satī mātā,
maiyā jaya rāṇī satī mātā।
apane bhakta janana kī,
dūra karana vipattī॥

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version