कविता

सारे जहाँ से अच्छा – Sare Jahan Se Acha Song

 “सारे जहाँ से अच्छा” के बोल अर्थात् लिरिक्स पढ़ें हिंदी में। लता मंगेशकर की आवाज़ में सजे इस गीत के संगीतकार हैं रवि शंकर व लिखा है मुहम्मद इक़बाल ने।

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुलें हैं इसकी ये गुलिस्तां हमारा
ग़ुर्बत में हों अगर हम, रहता है दिल वतन में
समझो वहीं हमें भी दिल है जहाँ हमारा

परबत वह सबसे ऊँचा, हम्साया आसमाँ का
वह संतरी हमारा, वह पासबाँ हमारा

गोदी में खेलती हैं इसकी हज़ारों नदियाँ
गुल्शन है जिनके दम से रश्क-ए-जनाँ हमारा

ऐ आब-ए-रूद-ए-गंगा! वह दिन हैं याद तुझको
उतरा तेरे किनारे जब कारवाँ हमारा

मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम, वतन है हिन्दोस्तां हमारा

यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा सब मिट गए जहाँ से
अब तक मगर है बाक़ी नाम-ओ-निशाँ हमारा

कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा

इक़्बाल! कोई महरम अपना नहीं जहाँ में
मालूम क्या किसी को दर्द-ए-निहाँ हमारा

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम सारे जहाँ से अच्छा गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Sare Jahan Se Acha Song रोमन में-

Read Sare Jahan Se Acha Lyrics

sāre jahā~ se acchā hindostāṃ hamārā
hama bulabuleṃ haiṃ isakī ye gulistāṃ hamārā
ga़urbata meṃ hoṃ agara hama, rahatā hai dila vatana meṃ
samajho vahīṃ hameṃ bhī dila hai jahā~ hamārā

parabata vaha sabase ū~cā, hamsāyā āsamā~ kā
vaha saṃtarī hamārā, vaha pāsabā~ hamārā

godī meṃ khelatī haiṃ isakī haja़āroṃ nadiyā~
gulśana hai jinake dama se raśka-e-janā~ hamārā

ai āba-e-rūda-e-gaṃgā! vaha dina haiṃ yāda tujhako
utarā tere kināre jaba kāravā~ hamārā

majahaba nahīṃ sikhātā āpasa meṃ baira rakhanā
hindī haiṃ hama, vatana hai hindostāṃ hamārā

yūnāna-o-misra-o-rūmā saba miṭa gae jahā~ se
aba taka magara hai bāka़ī nāma-o-niśā~ hamārā

kucha bāta hai ki hastī miṭatī nahīṃ hamārī
sadiyoṃ rahā hai duśmana daura-e-ja़mā~ hamārā

ika़bāla! koī maharama apanā nahīṃ jahā~ meṃ
mālūma kyā kisī ko darda-e-nihā~ hamārā

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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