धर्म

शनिदेव रूठा रे – Shani Dev Rootha Re Aasman Toota Re Lyrics In Hindi

पढ़ें “शनिदेव रूठा रे” लिरिक्स

शनि देव रूठा रे आसमान टुटा
आज मेरे जीवन में हार हो गई
नसीब का फेरा उल्टा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

शनी राजा ने माया दिखाई
हंस ने कैसे माला खाई
अप्धार किस का किस को सजा
कैसा ये नया झूठा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

कल का राजा आज भिखारी कैसे हुआ रे मैं अविचारी
मैं सब का था कोई न मेरा
फूल बना आजा काँटा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

राज महल श्मशान हुआ भाग जला भी वीरान हुआ है,
चारो तरफ से संकट का तूफ़ान ये कैसा उठा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

नरक यातना सह नही सकता जी नही सकता मर नही सकता
इस हालत में जाऊ कहा मैं सब कुछ मेरा लुटा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम शनिदेव रूठा रे भजन को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस शनि भजन (Shani Dev Bhajan) को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें यह भजन रोमन में-

Read Shani Dev Rootha Re Aasman Toota Re Lyrics

śani deva rūṭhā re āsamāna ṭuṭā
āja mere jīvana meṃ hāra ho gaī
nasība kā pherā ulṭā re
śani deva rūṭhā re āsamāna ṭuṭā

śanī rājā ne māyā dikhāī
haṃsa ne kaise mālā khāī
apdhāra kisa kā kisa ko sajā
kaisā ye nayā jhūṭhā re
śani deva rūṭhā re āsamāna ṭuṭā

kala kā rājā āja bhikhārī kaise huā re maiṃ avicārī
maiṃ saba kā thā koī na merā
phūla banā ājā kā~ṭā re
śani deva rūṭhā re āsamāna ṭuṭā

rāja mahala śmaśāna huā bhāga jalā bhī vīrāna huā hai,
cāro tarapha se saṃkaṭa kā tūpha़āna ye kaisā uṭhā re
śani deva rūṭhā re āsamāna ṭuṭā

naraka yātanā saha nahī sakatā jī nahī sakatā mara nahī sakatā
isa hālata meṃ jāū kahā maiṃ saba kucha merā luṭā re
śani deva rūṭhā re āsamāna ṭuṭā

यह भी पढ़े

आज शनिवार हैशनि प्रदोष व्रत कथाशनि चालीसादशरथ कृत शनि स्तोत्रशनिवार व्रत कथाशनि कवचशनि देवाशनि अष्टकशनिदेव अमृतवाणीशनि देव की गाथाशनैश्वारा शनैश्वाराक्षमा करोकृपा करो हे शनि देवशनि देवाकरदो करदो माला माल हेये है शनि कथा मेरे बाईहनुमान और शनिदेव की शक्तिजय जय हे शनि राज देव

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version