धर्म

शिव पंचाक्षर स्तोत्र – Shiv Panchakshar Stotram

शिव पंचाक्षर स्तोत्र हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण मंत्र है। यह भगवान शिव को समर्पित है, जो हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक हैं। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। यह उन्हें आध्यात्मिक विकास, मोक्ष और समस्त सुखों की प्राप्ति में मदद करता है।

इस मंत्र का जाप किसी भी समय किया जा सकता है। हालांकि, सुबह और शाम का समय सबसे अच्छा माना जाता है। मंत्र का जाप करने से पहले, एकांत स्थान पर बैठ जाएं और अपने मन को शांत करें। फिर, मंत्र का जाप धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक करें। मंत्र का जाप करते समय, भगवान शिव का ध्यान करें।

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय,
भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय,
तस्मै न काराय नमः शिवाय ॥१॥

मन्दाकिनी सलिलचन्दन चर्चिताय,
नन्दीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय ।
मन्दारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय,
तस्मै म काराय नमः शिवाय ॥२॥

शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द,
सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय ।
श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय,
तस्मै शि काराय नमः शिवाय ॥३॥

वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्य,
मुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय।
चन्द्रार्क वैश्वानरलोचनाय,
तस्मै व काराय नमः शिवाय ॥४॥

यक्षस्वरूपाय जटाधराय,
पिनाकहस्ताय सनातनाय ।
दिव्याय देवाय दिगम्बराय,
तस्मै य काराय नमः शिवाय ॥५॥

पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसन्निधौ ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ॥

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर शिव पंचाक्षर स्तोत्र को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह Shiv Panchakshar Stotra रोमन में–

Read Shiv Panchakshar Stotra Lyrics

nāgendrahārāya trilocanāya,
bhasmāṅgarāgāya maheśvarāya ।
nityāya śuddhāya digambarāya,
tasmai na kārāya namaḥ śivāya ॥1॥

mandākinī salilacandana carcitāya,
nandīśvara pramathanātha maheśvarāya ।
mandārapuṣpa bahupuṣpa supūjitāya,
tasmai ma kārāya namaḥ śivāya ॥2॥

śivāya gaurīvadanābjavṛnda,
sūryāya dakṣādhvaranāśakāya ।
śrīnīlakaṇṭhāya vṛṣadhvajāya,
tasmai śi kārāya namaḥ śivāya ॥3॥

vasiṣṭhakumbhodbhavagautamārya,
munīndradevārcitaśekharāya।
candrārka vaiśvānaralocanāya,
tasmai va kārāya namaḥ śivāya ॥4॥

yakṣasvarūpāya jaṭādharāya,
pinākahastāya sanātanāya ।
divyāya devāya digambarāya,
tasmai ya kārāya namaḥ śivāya ॥5॥

pañcākṣaramidaṃ puṇyaṃ yaḥ paṭhecchivasannidhau ।
śivalokamavāpnoti śivena saha modate ॥

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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