स्वामी विवेकानंद के पत्र – श्री लाला बद्री शाह को लिखित (21 नवम्बर, 1896)
(स्वामी विवेकानंद का श्री लाला बद्री शाह को लिखा गया पत्र)
३९, विक्टोरिया स्ट्रीट, लन्दन
२१ नवम्बर, १८९६
प्रिय लाला जी,
७ जनवरी तक मैं मद्रास पहुँचूँगा; कुछ दिन समतल क्षेत्र में रहकर मेरी अल्मोड़ा जाने की इच्छा है।
मेरे साथ मेरे तीन अंग्रेज मित्र हैं, उनमें दो सेवियर दम्पत्ति अल्मोड़ा में निवास करेंगे। आपको शायद यह पता होगा कि वे मेरे शिष्य हैं एवं मेरे लिए हिमालय में वे एक मठ बनवायेंगे। इसीलिए मैंने आपको एक उपयुक्त स्थान ढूँढ़ने के लिए लिखा था। हमारे लिए एक ऐसी पूरी पहाड़ी चाहिए, जहाँ से हिम-दृश्य दिखायी देता हो। इसमें सन्देह नहीं कि उपयुक्त स्थान निर्वाचित कर आश्रम निर्माण के लिए समय चाहिए। इस बीच क्या आप मेरे मित्रों के रहने के लिए किराये पर एक छोटे से बँगले की व्यवस्था करने की कृपा करेंगे? उसमें तीन व्यक्तियों के रहने लायक स्थान होना आवश्यक है। बहुत बड़ा मकान नहीं चाहिए, इस समय छोटे से ही कार्य चल सकेगा। मेरे मित्र वहाँ पर रहकर आश्रम के लिए उपयुक्त स्थान तथा मकान की तलाश करेंगे।
इस पत्र के उत्तर देने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उत्तर मिलने से पहले ही मैं भारत की ओर रवाना हो जाऊँगा। मद्रास पहुँचकर मैं आपको तार से सूचित करूँगा।
आप सब लोगों को स्नेह तथा आशीर्वाद।
भवदीय,
विवेकानन्द