स्वामी विवेकानंद के पत्र – कुमारी मेरी हेल को लिखित (3 अक्टूबर, 1899)
(स्वामी विवेकानंद का कुमारी मेरी हेल को लिखा गया पत्र)
रिजले मॅनर
३ अक्टूबर, १८९९
प्रिय मेरी,
तुम्हारे कृपा-पत्र के लिए धन्यवाद। इस समय बहुत ठीक हूँ और प्रतिदिन स्वस्थ होता जा रहा हूँ। आशा है कि श्रीमती बुल एवं उनकी पुत्री आज या कल आ जायेंगी। इस प्रकार हमारे लिए आनन्दप्रद समय का दूसरा दौर प्रारम्भ होगा – हाँ तुम्हारे लिए तो हर समय आनन्द है। मैं खुश हूँ कि तुम फिलाडेलफिया जा रही हो, लेकिन इस बार उतना खुश नहीं हूँ जितना तब था – जब करोड़पति क्षितिज पर दिखलायी पड़ रहा था। बहुत प्यार के साथ –
तुम्हारा प्रिय भाई,
विवेकानन्द