स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद के पत्र – श्रीमती ओलि बुल को लिखित (6 अप्रैल, 1896)

(स्वामी विवेकानंद का श्रीमती ओलि बुल को लिखा गया पत्र)

इंडियन एवेन्यू, शिकागो, इल०
६ अप्रैल, १८९६

प्रिय श्रीमती बुल,

आपका कृपापत्र यथासमय प्राप्त हुआ। अपने मित्रों के साथ मैं कई जगह गया और अनेक कक्षाएँ लीं। कुछ और लूँगा और फिर गुरुवार को प्रस्थान करूँगा।

यहाँ हर बात का अच्छा प्रबंध था। यह सब कुमारी एडम्स की कृपा थी। वह इतनी भली और दयालु हैं।

मैं पिछले दो दिनों से हल्के ज्वर से पीड़ित हूँ; अतः लम्बा पत्र नहीं लिख सकता।

बोस्टन में सभी को मेरा प्यार।

भवदीय,
विवेकानन्द

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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