राधा जी की आरती – Radha Rani Ki Aarti
राधा जी की आरती न राधा रानी की कृपा आकर्षित करती है, बल्कि भगवान श्री कृष्ण के आशीष की वर्षा भी करती है।
Read Moreराधा जी की आरती न राधा रानी की कृपा आकर्षित करती है, बल्कि भगवान श्री कृष्ण के आशीष की वर्षा भी करती है।
Read Moreतुलसी माता की आरती से पाप विनष्ट होते हैं व सुख-सम्पत्ति प्राप्त होती है। साथ ही श्री हरि की कृपा मिलती है।
Read Moreअन्नपूर्णा माता की आरती का पाठ सभी कार्यों को सिद्ध करने वाला है। इसके गायन से बिगड़े हुए काम भी बनने लगते हैं।
Read Moreपार्वती जी की आरती का गायन हृदय को शुद्ध करने वाला और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला है।
Read Moreबगलामुखी आरती जो शुद्ध भावों के साथ गाता है, उसके सभी कार्य पूर्ण हो जाते हैं। इसे नित्य पढ़ने से चित्तशुद्धि भी होती है।
Read Moreनर्मदा जी की आरती माँ को प्रसन्न करती है। जो इसे गाता है, उसके पाप-ताप दूर होते हैं। पढ़ें नर्मदा जी की आरती।
Read Moreशारदा माता की आरती बुद्धि, प्रज्ञा जागृत करने वाली है। इसे गाने से पूजा में हुई त्रुटियों से पैदा दोष दूर होते हैं।
Read Moreशाकंभरी माता की आरती हृदय के ताप का हरण करती है। वह सब देती हैं जो भी उनसे मांगा जाता है।
Read Moreयह आरती ललिता जी की जो भी पूरे मन से गाता है, उसे अवश्य ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। पढ़ें और कृपा पाएँ।
Read More“आरती कुंज बिहारी की” गाने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है। इसे गाने से पूजन में हुई त्रुटियों का परिहार होता है।
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