Madhvi Madhukar Jha

धर्म

कृष्ण अष्टकम – Krishnashtakam

पढ़ें “कृष्ण अष्टकम” लिरिक्स भजे व्रजैकमण्डनं समस्तपापखण्डनंस्वभक्तचित्तरंजनं सदैव नन्दनन्दनम् ।सुपिच्छगुच्छमस्तकं सुनादवेणुहस्तकंअनंगरंगसागरं नमामि कृष्णनागरम् ॥ १ ॥ मनोजगर्वमोचनं विशाललोललोचनंविधूतगोपशोचनं नमामि पद्मलोचनम्

Read More
हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version