धर्म

महावीर चालीसा – Tirthankar Mahaveer Chalisa

महावीर चालीसा में अपरिमित शक्ति छुपी हुई है। जो व्यक्ति चालीस दिनों तक प्रतिदिन चालीस बार भगवान महावीर चालीसा का पाठ करता है, उसकी दरिद्रता और सारे शोक मिट जाते हैं।

महावीर चालीसा (Mahaveer Chalisa) के नित्य पाठ से इच्छानुसार संतान-प्राप्ति भी होती है। तीर्थंकर महावीर का यह पाठ हर तरह से कल्याण करने वाला है। पढ़ें महावीर चालीसा–

॥ दोहा ॥
शीश नवा अरिहन्त को,
सिद्धन करूँ प्रणाम।
उपाध्याय आचार्यं का,
ले सुखकारी नाम॥

सर्व साधु और सरस्वती,
जिन मन्दिर सुखकार।
महावीर भगवान को,
मन-मन्दिर में धार॥

॥ चौपाई ॥
जय महावीर दयालु स्वामी,
वीर प्रभु तुम जग में नामी।

वर्धमान है नाम तुम्हारा,
लगे हृदय को प्यारा प्यारा।

शांति छवि और मोहनी मूरत,
शान हँसीली सोहनी सूरत।

तुमने वेश दिगम्बर धारा,
कर्म-शत्रु भी तुम से हारा।

क्रोध मान अरु लोभ भगाया,
महा- मोह तमसे डर खाया।

तू सर्वज्ञ सर्व का ज्ञाता,
तुझको दुनिया से क्या नाता।

तुझमें नहीं राग और द्वेश,
वीर रण राग तू हितोपदेश।

तेरा नाम जगत में सच्चा,
जिसको जाने बच्चा बच्चा।

भूत प्रेत तुम से भय खावें,
व्यन्तर राक्षस सब भग जावें।

महा व्याध मारी न सतावे,
महा विकराल काल डर खावे।

काला नाग होय फन धारी,
या हो शेर भयंकर भारी।

ना हो कोई बचाने वाला,
स्वामी तुम्हीं करो प्रतिपाला।

अग्नि दावालन सुलग रही हो,
तेज हवा से भड़क रही हो।

नाम तुम्हारा सब दुख खोवे,
आग एकदम ठण्डी होवे।

हिंसामय था भारत सारा,
तब तुमने कीना निस्तारा।

जनम लिया कुण्डलपुर नगरी,
हुई सुखी तब प्रजा सगरी।

सिद्धारथ जी पिता तुम्हारे,
त्रिशला के आँखों के तारे।

छोड़ सभी झंझट संसारी,
स्वामी हुए बाल-ब्रह्मचारी।

पंचम काल महा-दुखदाई,
चाँदनपुर महिमा दिखलाई।

टीले में अतिशय दिखलाया,
एक गाय का दूध गिराया।

सोच हुआ मन में ग्वाले के,
पहुँचा एक फावड़ा लेके।

सारा टीला खोद बगाया,
तब तुमने दर्शन दिखलाया।

जोधराज को दुख ने घेरा,
उसने नाम जाप जब तेरा।

ठंडा हुआ तोप का गोला,
तब सब ने जयकारा बोला।

मंत्री ने मन्दिर बनवाया,
राजा भी द्रव्य लगाया।

बड़ी धर्मशाला बनवाई,
तुमको लाने को ठहराई।

तुमने तोड़ी बीसों गाड़ी,
पहिया खसका नहीं अगाड़ी।

ग्वाले ने जो हाथ लगाया,
फिर तो रथ चलता ही पाया।

पहिले दिन बैशाख वदी के,
रथ जाता है तीर नदी के।

मीना गूजर सब ही आते,
नाच-कूद सब चित उमगाते।

स्वामी तुमने प्रेम निभाया,
ग्वाले का बहु मान बढ़ाया।

हाथ लगे ग्वाले का जब ही,
स्वामी रथ चलता है तब ही।

मेरी है टूटी सी नैया,
तुम बिन कोई नहीं खिवैया।

मुझ पर स्वामी जरा कृपा कर,
मैं हूँ प्रभु तुम्हारा चाकर।

तुम से मैं अरु कछु नहीं चाहूँ,
जन्म-जन्म तेरे दर्शन पाऊँ।

चालीसे को चन्द्र बनावे,
बीर प्रभु को शीश नवावे।

॥ सोरठा॥
नित चालीसहि बार,
पाठ करे चालीस दिन।

खेय सुगन्ध अपार,
वर्धमान के सामने॥

होय कुबेर समान,
जन्म दरिद्री होय जो।

जिसके नहिं सन्तान,
नाम वंश जग में चले।

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर महावीर चालीसा (Mahaveer Chalisa) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें महावीर चालीसा रोमन में–

Read Mahaveer Chalisa

॥ dohā ॥
śīśa navā arihanta ko,
siddhana karū~ praṇāma।
upādhyāya ācāryaṃ kā,
le sukhakārī nāma॥

sarva sādhu aura sarasvatī,
jina mandira sukhakāra।
mahāvīra bhagavāna ko,
mana-mandira meṃ dhāra॥

॥ caupāī॥
jaya mahāvīra dayālu svāmī,
vīra prabhu tuma jaga meṃ nāmī।

vardhamāna hai nāma tumhārā,
lage hṛdaya ko pyārā pyārā।

śāṃti chavi aura mohanī mūrata,
śāna ha~sīlī sohanī sūrata।

tumane veśa digambara dhārā,
karma-śatru bhī tuma se hārā।

krodha māna aru lobha bhagāyā,
mahā- moha tamase ḍara khāyā।

ta sarvajña sarva kā jñātā,
tujhako duniyā se kyā nātā।

tujhameṃ nahīṃ rāga aura dveśa,
vīra raṇa rāga tū hitopadeśa।

terā nāma jagata meṃ saccā,
jisako jāne baccā baccā।

bhūta preta tuma se bhaya khāveṃ,
vyantara rākṣasa saba bhaga jāveṃ।

mahā vyādha mārī na satāve,
mahā vikarāla kāla ḍara khāve।

kālā nāga hoya phana dhārī,
yā ho śera bhayaṃkara bhārī।

nā ho koī bacāne vālā,
svāmī tumhīṃ karo pratipālā।

agni dāvālana sulaga rahī ho,
teja havā se bhaḍa़ka rahī ho।

nāma tumhārā saba dukha khove,
āga ekadama ṭhaṇḍī hove।

hiṃsāmaya thā bhārata sārā,
taba tumane kīnā nistārā।

janama liyā kuṇḍalapura nagarī,
huī sukhī taba prajā sagarī।

siddhāratha jī pitā tumhāre,
triśalā ke ā~khoṃ ke tāre।

choḍa़ sabhī jhaṃjhaṭa saṃsārī,
svāmī hue bāla-brahmacārī।

paṃcama kāla mahā-dukhadāī,
cā~danapura mahimā dikhalāī।

ṭīle meṃ atiśaya dikhalāyā,
eka gāya kā dūdha girāyā।

soca huā mana meṃ gvāle ke,
pahu~cā eka phāvaḍa़ā leke।

sārā ṭīlā khoda bagāyā,
taba tumane darśana dikhalāyā।

jodharāja ko dukha ne gherā,
usane nāma jāpa jaba terā।

ṭhaṃḍā huā topa kā golā,
taba saba ne jayakārā bolā।

maṃtrī ne mandira banavāyā,
rājā bhī dravya lagāyā।

baḍa़ī dharmaśālā banavāī,
tumako lāne ko ṭhaharāī।

tumane toḍa़ī bīsoṃ gāḍa़ī,
pahiyā khasakā nahīṃ agāḍa़ī।

gvāle ne jo hātha lagāyā,
phira to ratha calatā hī pāyā।

pahile dina baiśākha vadī ke,
ratha jātā hai tīra nadī ke।

mīnā gūjara saba hī āte,
nāca-kūda saba cita umagāte।

svāmī tumane prema nibhāyā,
gvāle kā bahu māna baḍha़āyā।

hātha lage gvāle kā jaba hī,
svāmī ratha calatā hai taba hī।

merī hai ṭūṭī sī naiyā,
tuma bina koī nahīṃ khivaiyā।

mujha para svāmī jarā kṛpā kara,
maiṃ hū~ prabhu tumhārā cākara।

tuma se maiṃ aru kachu nahīṃ cāhū~,
janma-janma tere darśana pāū~।

cālīse ko candra banāve,
bīra prabhu ko śīśa navāve।

॥ soraṭhā॥
nita cālīsahi bāra,
pāṭha kare cālīsa dina।

kheya sugandha apāra,
vardhamāna ke sāmane॥

hoya kubera samāna,
janma daridrī hoya jo।

jisake nahiṃ santāna,
nāma vaṃśa jaga meṃ cale।

यह भी पढ़ें

जैन चालीसा मुख्य-पृष्ठआदिनाथ चालीसाअजितनाथ चालीसासंभवनाथ चालीसा
अभिनंदननाथ चालीसासुमतिनाथ चालीसापद्मप्रभु चालीसासुपार्श्वनाथ चालीसा
चंद्रप्रभु चालीसापुष्पदंत चालीसाशीतलनाथ चालीसाश्रेयांसनाथ चालीसा
वासुपूज्य चालीसाविमलनाथ चालीसाअनंतनाथ चालीसाधर्मनाथ चालीसा
शांतिनाथ चालीसा चालीसाकुंथुनाथ चालीसाअरहनाथ चालीसामल्लिनाथ चालीसा
मुनि सुव्रतनाथ चालीसानमिनाथ चालीसानेमिनाथ चालीसापार्श्वनाथ चालीसा

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version