कविता

उगा हो सूरज देव – Uga Ho Suraj Dev (Bhojpuri Chhath Geet)

पढ़ें “उगा हो सूरज देव” छठ गीत लिरिक्स

आ आ आ आ आ आ ….
उगा हो सूरज देव भेल भिनसारवा
अरघ के रे बेरवा पूजन के रे बेरवा हो
बड़की पुकारे देव दुनू कर जोरवा
अरघ के रे बेरवा पूजन के रे बेरवा हो

बाँझिन पुकारे देव दुनू कर जोरवा
अरघ के रे बेरवा पूजन के रे बेरवा हो
अन्हरा पुकारे देव दुनू कर जोरवा
अरघ के रे बेरवा पूजन के रे बेरवा हो

आ आ आ आ आ आ ….
निर्धन पुकारे देव दुनू कर जोरवा
अरघ के रे बेरवा पूजन के रे बेरवा हो
कोढ़िया पुकारे देव दुनू कर जोरवा
अरघ के रे बेरवा पूजन के रे बेरवा हो

लंगड़ा पुकारे देव दुनू कर जोरवा
अरघ के रे बेरवा पूजन के रे बेरवा हो
उगा हो सूरज देव भेल भिनसारवा
अरघ के रे बेरवा पूजन के रे बेरवा हो

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि उगा हो सूरज देव गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें AaUga Ho Suraj Dev (Bhojpuri Chhath Geet) रोमन में-

Read Uga Ho Suraj Dev (Bhojpuri Chhath Geet)

ā ā ā ā ā ā ….
ugā ho sūraja deva bhela bhinasāravā
aragha ke re beravā pūjana ke re beravā ho
baḍa़kī pukāre deva dunū kara joravā
aragha ke re beravā pūjana ke re beravā ho

bā~jhina pukāre deva dunū kara joravā
aragha ke re beravā pūjana ke re beravā ho
anharā pukāre deva dunū kara joravā
aragha ke re beravā pūjana ke re beravā ho

ā ā ā ā ā ā ….
nirdhana pukāre deva dunū kara joravā
aragha ke re beravā pūjana ke re beravā ho
koḍha़iyā pukāre deva dunū kara joravā
aragha ke re beravā pūjana ke re beravā ho

laṃgaḍa़ā pukāre deva dunū kara joravā
aragha ke re beravā pūjana ke re beravā ho
ugā ho sūraja deva bhela bhinasāravā
aragha ke re beravā pūjana ke re beravā ho

यह भी पढ़ें

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version