धर्म

उगी सुरुज दिव दिहि दर्शनवा – Ugi Suruj Dev Lyrics – (Chhath Geet)

पढ़ें “उगी सुरुज दिव दिहि दर्शनवा” लिरिक्स

ऊगी सुरुज देव दीहीं दर्शनवा
मन बा उदास कइसे करी हम पुजनवा
ऊगी सुरुज देव दीहीं दर्शनवा
मन बा उदास कइसे करी हम पुजनवा

अब ललकी ललईया बिखेरीहें नु हो
आदित गोसइयाँ दुःखवा बलईया
हरीहें नु हो

आदित गोसइयाँ दुःखवा बलईया
हरीहें नु हो

उनके ही आसे पियासे उपासे नु हो
सुनिहे अरजी ना होखा निरासे नु हो

उनके ही आसे पियासे उपासे नु हो
सुनिहे अरजी ना होखा निरासे नु हो
सातो घोड़वा के रथ से उतरीहें नु हो

आदित गोसइयाँ दुःखवा बलईया
हरीहें नु हो
आदित गोसइयाँ दुःखवा बलईया
हरीहें नु हो

मन हरसाई आई जुड़ाई नु हो
अरुण पवन के असरा पुराईं नु हो
मन हरसाई आई जुड़ाई नु हो
अरुण पवन के असरा पुराईं नु हो

देव विकट समईया के टरीहें नु हो

आदित गोसइयाँ दुःखवा बलईया
हरीहें नु हो
आदित गोसइयाँ दुःखवा बलईया
हरीहें नु हो

आदित गोसइयाँ दुःखवा बलईया
हरीहें नु हो

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि उगी सुरुज दिव दिहि दर्शनवा गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें छठ पूजा का गीत (Chhath Geet) रोमन में-

Read Ugi Suruj Dev Lyrics

ūgī suruja deva dīhīṃ darśanavā
mana bā udāsa kaise karī hama pujanavā
ūgī suruja deva dīhīṃ darśanavā
mana bā udāsa kaise karī hama pujanavā

aba lalakī lalaīyā bikherīheṃ nu ho
ādita gosaiyā~ duḥkhavā balaīyā
harīheṃ nu ho

ādita gosaiyā~ duḥkhavā balaīyā
harīheṃ nu ho

unake hī āse piyāse upāse nu ho
sunihe arajī nā hokhā nirāse nu ho

unake hī āse piyāse upāse nu ho
sunihe arajī nā hokhā nirāse nu ho
sāto ghoड़vā ke ratha se utarīheṃ nu ho

ādita gosaiyā~ duḥkhavā balaīyā
harīheṃ nu ho
ādita gosaiyā~ duḥkhavā balaīyā
harīheṃ nu ho

mana harasāī āī juड़āī nu ho
aruṇa pavana ke asarā purāīṃ nu ho
mana harasāī āī juड़āī nu ho
aruṇa pavana ke asarā purāīṃ nu ho

deva vikaṭa samaīyā ke ṭarīheṃ nu ho

ādita gosaiyā~ duḥkhavā balaīyā
harīheṃ nu ho
ādita gosaiyā~ duḥkhavā balaīyā
harīheṃ nu ho

ādita gosaiyā~ duḥkhavā balaīyā
harīheṃ nu ho

यह भी पढ़ें

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version