कविता

आज क्यों हमसे पर्दा है – Aaj Kyon Humse Parda Hai Lyrics in Hindi

“आज क्यों हमसे पर्दा है” 1958 की प्रसिद्ध फ़िल्म साधना का गाना है। इसे सुरों से सजाया है मोहम्मद रफ़ी और स. बलबीर ने व संगीतबद्ध किया है एन. दत्ता ने। साहिर लुधियानवी की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में सुनील दत्त, वैजयन्ती माला, उमा दत्त और नज़ीर कश्मीरी ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें आज क्यों हमसे पर्दा है के बोल हिंदी में (Aaj Kyon Humse Parda Hai lyrics in Hindi)–

“आज क्यों हमसे पर्दा है” लिरिक्स

आज क्यूँ हमसे पर्दा है
आज क्यूँ हमसे पर्दा है

तेरा हर रंग हमने देखा है
तेरा हर ढंग हमने देखा है
पास आकर भी तुझको देखा है
दूर जाकर भी तुझको देखा है
तुझको हर तरह आज़माया है
पा के खोया है, खो के पाया है
अँखड़ियों का बयाँ समझते हैं
धड़कनों की ज़बाँ समझते हैं
चूड़ियों की खनक से वाक़िफ़ हैं
झांझरों की झनक से वाक़िफ़ हैं
नाज़-ओ-अंदाज़ जानते हैं हम
तेरा हर राज़ जानते हैं हम, फिर
आज क्यों हम से पर्दा है
दिल दुखाने से फ़ायदा क्या है
मुँह छुपाने से फ़ायदा क्या है
उलझी-उलझी लटें सँवार के आ
हुस्न को और भी निखार के आ
नर्म गालों में बिजलियाँ लेकर
शोख़ आँखों में तितलियाँ लेकर
आ भी जा अब, अदा से लहराती
एक दुल्हन की तरह शरमाती
तू नहीं है तो रात सूनी है
इश्क की कायनात सूनी है
ओये मरने वालों की ज़िन्दगी तू है
इस अँधेरे की रौशनी तू है, फिर
आज क्यों हम से पर्दा है

आ तेरा इंतज़ार कब से है
हर नज़र बेकरार कब से है
शम्मा रह रह के झिलमिलाती है
साँस तारों की डूबी जाती है
तू अगर मेहरबान हो जाए
ये ज़मीं आसमान हो जाए
अब तो आ जा के रात जाती है
एक आशिक की बात जाती है
खैर हो तेरी ज़िन्दगानी की
दिल भी दें तो मेहरबानी की
तुझपे सौ जान से फ़िदा हैं हम
एक मुद्दत के आशना हैं हम, फिर
आज क्यों हम से पर्दा है

साधना से जुड़े तथ्य

फिल्मसाधना
वर्ष1958
गायक / गायिकामोहम्मद रफ़ी, स. बलबीर
संगीतकारएन. दत्ता
गीतकारसाहिर लुधियानवी
अभिनेता / अभिनेत्रीसुनील दत्त, वैजयन्ती माला, उमा दत्, नज़ीर कश्मीरी

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम आज क्यों हमसे पर्दा है गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Aaj Kyon Humse Parda Hai रोमन में-

Aaj Kyon Humse Parda Hai Lyrics in Hindi

āja kyū~ hamase pardā hai
āja kyū~ hamase pardā hai

terā hara raṃga hamane dekhā hai
terā hara ḍhaṃga hamane dekhā hai
pāsa ākara bhī tujhako dekhā hai
dūra jākara bhī tujhako dekhā hai
tujhako hara taraha āज़māyā hai
pā ke khoyā hai, kho ke pāyā hai
a~khaड़iyoṃ kā bayā~ samajhate haiṃ
dhaड़kanoṃ kī ज़bā~ samajhate haiṃ
cūड़iyoṃ kī khanaka se vāक़iफ़ haiṃ
jhāṃjharoṃ kī jhanaka se vāक़iफ़ haiṃ
nāज़-o-aṃdāज़ jānate haiṃ hama
terā hara rāज़ jānate haiṃ hama, phira
āja kyoṃ hama se pardā hai
dila dukhāne se फ़āyadā kyā hai
mu~ha chupāne se फ़āyadā kyā hai
ulajhī-ulajhī laṭeṃ sa~vāra ke ā
husna ko aura bhī nikhāra ke ā
narma gāloṃ meṃ bijaliyā~ lekara
śoख़ ā~khoṃ meṃ titaliyā~ lekara
ā bhī jā aba, adā se laharātī
eka dulhana kī taraha śaramātī
tū nahīṃ hai to rāta sūnī hai
iśka kī kāyanāta sūnī hai
oye marane vāloṃ kī ja़indagī tū hai
isa a~dhere kī rauśanī tū hai, phira
āja kyoṃ hama se pardā hai

ā terā iṃtaज़āra kaba se hai
hara naज़ra bekarāra kaba se hai
śammā raha raha ke jhilamilātī hai
sā~sa tāroṃ kī ḍūbī jātī hai
tū agara meharabāna ho jāe
ye ज़mīṃ āsamāna ho jāe
aba to ā jā ke rāta jātī hai
eka āśika kī bāta jātī hai
khaira ho terī ज़indagānī kī
dila bhī deṃ to meharabānī kī
tujhape sau jāna se pha़idā haiṃ hama
eka muddata ke āśanā haiṃ hama, phira
āja kyoṃ hama se pardā hai

Facts about the Film

FilmSadhna
Year1958
SingerMohammed Rafi, S.Balbir
MusicN. Dutta
LyricsSahir Ludhianvi
ActorsSunil Dutt, Vyjayanthimala, Uma Dutt, Nazir Kashmiri

यह भी पढ़ें

कल हो न होहम है इस पल यहाँमेरा दिल ये पुकारे आजावो किसना हैचाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे लिरिक्सजाने वालो जराराही मनवा दुख की चिंताकोई जब राह न पाएमेरा तो जो भी कदम हैगजाननाहर हर गंगेविघ्नहर्ताबड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयागोविंदा आला रे आलायशोदा का नंदलालायशोमती मैया से बोले नंदलालासाथी हाथ बढ़ानानन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या हैऐसा देस है मेरागुड़िया हमसे रूठी रहोगीमां शेरावालिये तेरा शेर आ गयाशिव भोला भंडारीअथ श्री महाभारत कथा गीतसाईनाथ तेरे हज़ारों हाथसाईं बाबा बोलोमुकुंदा मुकुंदा कृष्णा मुकुंदा मुकुंदापल पल दिल के पासतू ही तूगो गो गोविंदामेरे निशानओ पालनहारेहरि बोलरांझा शेरशाहकभी तुम्हें कुछ तो हुआ हैकल हो न होआ जा जाने-जांआजा आई बहारआ गुपचुप गुपचुप प्यार करेंआ गले लग जा मेरे सपने मेरे अपनेआ चल के तुझे मैं लेके चलूंआ भी जाआ अब लौट चलेंआ आ भी जाआदमी जो कहता हैआधी रात को खनक गया मेरा कंगनाआधा है चंद्रमा रात आधीआ री आजा निंदियाआ मेरी जान

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version