कविता

अगर तुम साथ हो – Agar Tum Saath Ho Lyrics in Hindi

“अगर तुम साथ हो” 2015 की प्रसिद्ध फ़िल्म तमाशा का गाना है। इसे सुरों से सजाया है अरिजीत सिंह और अलका याग्निक ने व संगीतबद्ध किया है ए. आर. रहमान ने। इरशाद कामिल  की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में रणबीर कपूर, दीपिका पादुकोण, इश्तियक खान और पीयूष मिश्रा ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें अगर तुम साथ हो के बोल हिंदी में (agar tum saath ho lyrics)–

“अगर तुम साथ हो” लिरिक्स

पल भर ठहर जाओ
दिल ये सँभल जाये
कैसे तुम्हें रोका करूँ
मेरी तरफ़ आता हर ग़म फिसल जाये
आँखों में तुमको भरूँ
बिन बोले बाँतें तुमसे करूँ
अगर तुम साथ हो..ओ..
अगर तुम…

बहती रहती.. नहर नदियाँ सी
तेरी दुनिया में
मेरी दुनिया है, तेरी चाहतों में
मैं ढल जाती हूँ तेरी आदतों में
अगर तुम…

तेरी नज़रों में हैं, तेरे सपने
तेरे सपनों में हैं नाराज़ी
मुझे लगता है कि बातें दिल की
होती लफ्जो की धोकेबाज़ी

तुम साथ हो या ना हो, क्या फ़र्क़ है
बेदर्द थी ज़िन्दगी, बेदर्द है
अगर तुम…
अगर तुम…

पलकें झपकते है दिन ये निकल जाये
बैठी-बैठी भागी फिरूँ
मेरी तरफ़ आता हर ग़म फिसल जाये
आँखों में तुमको भरूँ
बिन बोले बाँतें तुमसे करूँ
अगर तुम साथ हो..ओ..
अगर तुम…

तेरी नज़रों में है तेरे सपने
तेरे सपनों में है नाराज़ी
मुझे लगता है कि बातें दिल की
होती लफ्जो की धोके बाज़ी
तुम साथ हो या ना हो क्या फ़र्क़ है
बेदर्द थी ज़िन्दगी बेदर्द है

अगर तुम साथ हो
दिल ये सँभल जाये
अगर तुम…
हर ग़म फिसल जाये
अगर तुम…
दिन ये निकल जाये
अगर तुम…
हर ग़म.. फिसल जाये

तमाशा से जुड़े तथ्य

फिल्मतमाशा
वर्ष2015
गायक / गायिकाअरिजीत सिंह, अलका याग्निक
संगीतकारए. आर. रहमान
गीतकारइरशाद कामिल 
अभिनेता / अभिनेत्रीरणबीर कपूर, दीपिका पादुकोण, इश्तियक खान, पीयूष मिश्रा

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम इस गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Agar Tum Saath Ho रोमन में-

Agar Tum Sath Ho Lyrics in Hindi

pala bhara ṭhahara jāo
dila ye sa~bhala jāye
kaise tumheṃ rokā karū~
merī tarapha़ ātā hara ga़ma phisala jāye
ā~khoṃ meṃ tumako bharū~
bina bole bā~teṃ tumase karū~
agara tuma sātha ho..o..
agara tuma sātha ho

bahatī rahatī.. nahara nadiyā~ sī
terī duniyā meṃ
merī duniyā hai, terī cāhatoṃ meṃ
maiṃ ḍhala jātī hū~ terī ādatoṃ meṃ
agara tuma sātha ho

terī naja़roṃ meṃ haiṃ, tere sapane
tere sapanoṃ meṃ haiṃ nārāja़ī
mujhe lagatā hai ki bāteṃ dila kī
hotī laphjo kī dhokebāja़ī

tuma sātha ho yā nā ho, kyā pha़rka़ hai
bedarda thī ja़indagī, bedarda hai
agara tuma sātha ho
agara tuma sātha ho

palakeṃ jhapakate hai dina ye nikala jāye
baiṭhī-baiṭhī bhāgī phirū~
merī tarapha़ ātā hara ga़ma phisala jāye
ā~khoṃ meṃ tumako bharū~
bina bole bā~teṃ tumase karū~
agara tuma sātha ho..o..
agara tuma sātha ho

terī naja़roṃ meṃ hai tere sapane
tere sapanoṃ meṃ hai nārāja़ī
mujhe lagatā hai ki bāteṃ dila kī
hotī laphjo kī dhoke bāja़ī
tuma sātha ho yā nā ho kyā pha़rka़ hai
bedarda thī ja़indagī bedarda hai

agara tuma sātha ho
dila ye sa~bhala jāye
agara tuma sātha ho
hara ga़ma phisala jāye
agara tuma sātha ho
dina ye nikala jāye
agara tuma sātha ho
hara ga़ma.. phisala jāye

Facts about the Film

FilmTamasha
Year2015
SingerArijit Singh, Alka Yagnik
MusicA. R. Rahman
LyricsIrshad Kamil
ActorsRanbir Kapoor, Deepika Padukone, Ishtiyak Khan, Piyush Mishra

यह भी पढ़ें

कल हो न होहम है इस पल यहाँमेरा दिल ये पुकारे आजावो किसना हैचाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे लिरिक्सजाने वालो जराराही मनवा दुख की चिंताकोई जब राह न पाएमेरा तो जो भी कदम हैगजाननाहर हर गंगेविघ्नहर्ताबड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयागोविंदा आला रे आलायशोदा का नंदलालायशोमती मैया से बोले नंदलालासाथी हाथ बढ़ानानन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या हैऐसा देस है मेरागुड़िया हमसे रूठी रहोगीमां शेरावालिये तेरा शेर आ गयाशिव भोला भंडारीअथ श्री महाभारत कथा गीतसाईनाथ तेरे हज़ारों हाथसाईं बाबा बोलोमुकुंदा मुकुंदा कृष्णा मुकुंदा मुकुंदापल पल दिल के पासतू ही तूगो गो गोविंदामेरे निशानओ पालनहारेहरि बोल

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version