वाल्मीकि रामायण बालकाण्ड सर्ग 45 हिंदी में – Valmiki Ramayana Balakanda Chapter – 45
देवताओं और दैत्योंद्वारा क्षीर-समुद्र-मन्थन, भगवान् रुद्र द्वारा हालाहल विष का पान, भगवान् विष्णु के सहयोगसे मन्दराचल का पाताल से उद्धार
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Read Moreब्रह्माजी का भगीरथ की प्रशंसा करते हुए उन्हें गंगाजलसे पितरोंके तर्पणकी आज्ञा देना और राजा का वह सब करके अपने
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Read Moreअंशुमान् और भगीरथकी तपस्या, ब्रह्माजी का भगीरथको अभीष्ट वर देकर गंगाजी को धारण करने के लिये भगवान् शङ्कर को राजी
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