धर्म

भोलेनाथ – Bhole Nath Lyrics – Shiv Bhajan By Saleem

पढ़े “भोलेनाथ” लिरिक्स

ॐ नमः शिवाय
भोलेनाथ, भोलेनाथ

तेरी रचना है न्यारी, तू ही जाने त्रिपुरारी
साजी तूने रंगीली क़ायनात
भोलेनाथ, भोलेनाथ

सृष्टि बनाने वाला तू
हर मन को भाने वाला तू
साजे माथे पे चंदा, और जटाओं पे गंगा
रूप सुंदर, निराली सब से बात
भोलेनाथ, भोलेनाथ

काल महाकाल गंगाधर
शेषनागधारी ईश्वर
तुम्हें दिल में बसा कर
तेरे चरणों में आकर
यूं ही बना रहे साथ
भोलेनाथ, भोलेनाथ

चिंतन करूं मैं हर क्षण
तेरा ही पाऊं दरश्न
और चाहत ना कोय
ध्यान सिमरूं मैं तोहे
जीवन ये मांगे ख़ैरात
भोलेनाथ, भोलेनाथ

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर हम इस भजन को रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह शिव भजन रोमन में–

Read Bhole Nath Lyrics

oṃ namaḥ śivāya
bholenātha, bholenātha

terī racanā hai nyārī, tū hī jāne tripurārī
sājī tūne raṃgīlī क़āyanāta
bholenātha, bholenātha

sṛṣṭi banāne vālā tū
hara mana ko bhāne vālā tū
sāje māthe pe caṃdā, aura jaṭāoṃ pe gaṃgā
rūpa suṃdara, nirālī saba se bāta
bholenātha, bholenātha

kāla mahākāla gaṃgādhara
śeṣanāgadhārī īśvara
tumheṃ dila meṃ basā kara
tere caraṇoṃ meṃ ākara
yūṃ hī banā rahe sātha
bholenātha, bholenātha

ciṃtana karūṃ maiṃ hara kṣaṇa
terā hī pāūṃ daraśna
aura cāhata nā koya
dhyāna simarūṃ maiṃ tohe
jīvana ye māṃge ख़airāta
bholenātha, bholenātha

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सुरभि भदौरिया

सात वर्ष की छोटी आयु से ही साहित्य में रुचि रखने वालीं सुरभि भदौरिया एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी चलाती हैं। अपने स्वर्गवासी दादा से प्राप्त साहित्यिक संस्कारों को पल्लवित करते हुए उन्होंने हिंदीपथ.कॉम की नींव डाली है, जिसका उद्देश्य हिन्दी की उत्तम सामग्री को जन-जन तक पहुँचाना है। सुरभि की दिलचस्पी का व्यापक दायरा काव्य, कहानी, नाटक, इतिहास, धर्म और उपन्यास आदि को समाहित किए हुए है। वे हिंदीपथ को निरन्तर नई ऊँचाइंयों पर पहुँचाने में सतत लगी हुई हैं।

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