कविता

चलो दिलदार चलो – Chalo Dildar Chalo Lyrics in Hindi

“चलो दिलदार चलो” 1972 की प्रसिद्ध फ़िल्म पाकीज़ा का गाना है। इसे सुरों से सजाया है मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर ने व संगीतबद्ध किया है गुलाम मोहम्मद ने। कैफ भोपाली की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में मीना कुमारी, राज कुमार, अशोक कुमार और नादिरा ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें चलो दिलदार चलो के बोल हिंदी में (Chalo Dildar Chalo lyrics in Hindi)–

“चलो दिलदार चलो” लिरिक्स

चलो दिलदार चलो चाँद के पार चलो
हम हैं तैयार चलो

आओ खो जाएं सितारों में कहीं-2
छोड़ दें आज ये दुनिया ये ज़मीं, दुनिया ये ज़मीं
चलो दिलदार…

हम नशे में हैं सम्भालो हमें तुम-2
नींद आती है जगा लो हमें तुम, जगा लो हमें तुम
चलो दिलदार…

ज़िंदगी खत्म भी हो जाये अगर-2
न कभी खत्म हो उल्फ़त का सफ़र, उल्फ़त का सफ़र
चलो दिलदार…

पाकीज़ा से जुड़े तथ्य

फिल्मपाकीज़ा
वर्ष1972
गायक / गायिकामोहम्मद रफी, लता मंगेशकर
संगीतकारगुलाम मोहम्मद
गीतकारकैफ भोपाली
अभिनेता / अभिनेत्रीमीना कुमारी, राज कुमार, अशोक कुमार, नादिरा

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम चलो दिलदार चलो गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Chalo Dildar Chalo रोमन में-

Chalo Dildar Chalo Lyrics in Hindi

calo diladāra calo cā~da ke pāra calo
hama haiṃ taiyāra calo

āo kho jāeṃ sitāroṃ meṃ kahīṃ-2
choड़ deṃ āja ye duniyā ye ज़mīṃ, duniyā ye ज़mīṃ
calo diladāra…

hama naśe meṃ haiṃ sambhālo hameṃ tuma-2
nīṃda ātī hai jagā lo hameṃ tuma, jagā lo hameṃ tuma
calo diladāra…

ज़iṃdagī khatma bhī ho jāye agara-2
na kabhī khatma ho ulफ़ta kā saफ़ra, ulफ़ta kā saफ़ra
calo diladāra…

Facts about the Song

FilmPakeezah
Year1972
SingerMohammed Rafi, Lata Mangeshkar
MusicGhulam Mohammad
LyricsKaif Bhopali
ActorsMeena Kumari, Raaj Kumar, Ashok Kumar, Nadira

यह भी पढ़ें

कल हो न होहम है इस पल यहाँमेरा दिल ये पुकारे आजावो किसना हैचाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे लिरिक्सजाने वालो जराराही मनवा दुख की चिंताकोई जब राह न पाएमेरा तो जो भी कदम हैगजाननाहर हर गंगेविघ्नहर्ताबड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयागोविंदा आला रे आलायशोदा का नंदलालायशोमती मैया से बोले नंदलालासाथी हाथ बढ़ानानन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या हैऐसा देस है मेरागुड़िया हमसे रूठी रहोगीमां शेरावालिये तेरा शेर आ गयाशिव भोला भंडारीअथ श्री महाभारत कथा गीतसाईनाथ तेरे हज़ारों हाथसाईं बाबा बोलोमुकुंदा मुकुंदा कृष्णा मुकुंदा मुकुंदापल पल दिल के पासतू ही तूगो गो गोविंदामेरे निशानओ पालनहारेहरि बोलरांझा शेरशाहकभी तुम्हें कुछ तो हुआ हैकल हो न होआ जा जाने-जांआजा आई बहारआ गुपचुप गुपचुप प्यार करेंआ गले लग जा मेरे सपने मेरे अपनेआ चल के तुझे मैं लेके चलूंआ भी जाआ अब लौट चलेंआ आ भी जाआदमी जो कहता हैआधी रात को

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version