धर्म

कृपा की ना होती जो – Kirpa Ki Na Hoti Jo Aadat Tumhari Lyrics In Hindi

पढ़ें “कृपा की ना होती जो” लिरिक्स

मैं रूप तेरे पर, आशिक हूँ,
यह दिल तो तेरा, हुआ दीवाना
ठोकर खाई, दुनियाँ में बहुत,
मुझे द्वार से, अब न ठुकराना
हर तरह से तुम्हारा, हुआ मैं तो,
फिर क्यों तुमको, मैं बेगाना
मुझे दरस दिखा दो, नंद लाला,
नहीं तो दर तेरे पर, मर जाना

कृपा की न होती जो, आदत तुम्हारी
तो सूनी ही रहती, अदालत तुम्हारी

गोपाल सहारा तेरा है ,
हे नंद लाल सहारा तेरा है ,
मेरा और सहारा कोई नहीं
गोपाल सहारा तेरा है ,
हे नंद लाल सहारा तेरा है

ओ दीनो के दिल में, जगह तुम न पाते
तो किस दिल में होती, हिफाजत तुम्हारी
कृपा की न होती जो

ग़रीबों की दुनियाँ है, आबाद तुमसे ,
ग़रीबों से है, बादशाहत तुम्हारी ,
कृपा की न होती जो

न मुल्जिम ही होते, न तुम होते हाकिम,
न घर-घर में होती, इबादत तुम्हारी ,
कृपा की न होती जो

तुम्हारी ही उल्फ़त के, द्रिग ‘बिन्दु’ हैं यह ,
तुम्हें सौंपते है, अमानत तुम्हारी ,
कृपा की न होती जो

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर कृपा की ना होती जो भजन को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह भजन रोमन में–

Read Kirpa Ki Na Hoti Jo Aadat Tumhari Lyrics

maiṃ rūpa tere para, āśika hū~,
yaha dila to terā, huā dīvānā
ṭhokara khāī, duniyā~ meṃ bahuta,
mujhe dvāra se, aba na ṭhukarānā
hara taraha se tumhārā, huā maiṃ to,
phira kyoṃ tumako, maiṃ begānā
mujhe darasa dikhā do, naṃda lālā,
nahīṃ to dara tere para, mara jānā

kṛpā kī na hotī jo, ādata tumhārī
to sūnī hī rahatī, adālata tumhārī

gopāla sahārā terā hai ,
he naṃda lāla sahārā terā hai ,
merā aura sahārā koī nahīṃ
gopāla sahārā terā hai ,
he naṃda lāla sahārā terā hai

o dīno ke dila meṃ, jagaha tuma na pāte
to kisa dila meṃ hotī, hiphājata tumhārī
kṛpā kī na hotī jo

ga़rīboṃ kī duniyā~ hai, ābāda tumase ,
ga़rīboṃ se hai, bādaśāhata tumhārī ,
kṛpā kī na hotī jo

na muljima hī hote, na tuma hote hākima,
na ghara-ghara meṃ hotī, ibādata tumhārī ,
kṛpā kī na hotī jo

tumhārī hī ulpha़ta ke, driga ‘bindu’ haiṃ yaha ,
tumheṃ sauṃpate hai, amānata tumhārī ,
kṛpā kī na hotī jo

यह भी पढ़ें

बालकृष्ण की आरतीसंतान गोपाल स्तोत्रजन्माष्टमी पूजा और विधिलड्डू गोपाल की आरतीगर्भ गीतागिरिराज की आरतीगोपाल चालीसाकृष्ण चालीसागिरिराज चालीसाकन्हैया बांसुरीसंतान गोपाल मंत्रदामोदर स्तोत्रदामोदर अष्टकममधुराष्टकम्जय जनार्दना कृष्णा राधिकापतेभज मन राधे

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version