धर्म

दामोदर अष्टकम – Damodarastakam

पढ़ें “दामोदर अष्टकम”

नमामीश्वरं सच्-चिद्-आनन्द-रूपं
लसत्-कुण्डलं गोकुले भ्राजमनम्
यशोदा-भियोलूखलाद् धावमानं
परामृष्टम् अत्यन्ततो द्रुत्य गोप्या

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रुदन्तं मुहुर् नेत्र-युग्मं मृजन्तम्
कराम्भोज-युग्मेन सातङ्क-नेत्रम्
मुहुः श्वास-कम्प-त्रिरेखाङ्क-कण्ठ
स्थित-ग्रैवं दामोदरं भक्ति-बद्धम्

इतीदृक् स्व-लीलाभिर् आनन्द-कुण्डे
स्व-घोषं निमज्जन्तम् आख्यापयन्तम्
तदीयेषित-ज्ञेषु भक्तैर् जितत्वं
पुनः प्रेमतस् तं शतावृत्ति वन्दे

वरं देव मोक्षं न मोक्षावधिं वा
न चन्यं वृणे ‘हं वरेषाद् अपीह
इदं ते वपुर् नाथ गोपाल-बालं
सदा मे मनस्य् आविरास्तां किम् अन्यै

इदं ते मुखाम्भोजम् अत्यन्त-नीलैर्
वृतं कुन्तलैः स्निग्ध-रक्तैश् च गोप्या
मुहुश् चुम्बितं बिम्ब-रक्ताधरं मे
मनस्य् आविरास्ताम् अलं लक्ष-लाभै

नमो देव दामोदरानन्त विष्णो
प्रसीद प्रभो दुःख-जालाब्धि-मग्नम्
कृपा-दृष्टि-वृष्ट्याति-दीनं बतानु
गृहाणेष माम् अज्ञम् एध्य् अक्षि-दृश्य

कुवेरात्मजौ बद्ध-मूर्त्यैव यद्वत्
त्वया मोचितौ भक्ति-भाजौ कृतौ च
तथा प्रेम-भक्तिं स्वकां मे प्रयच्छ
न मोक्षे ग्रहो मे ‘स्ति दामोदरेह

नमस् ते ‘स्तु दाम्ने स्फुरद्-दीप्ति-धाम्ने
त्वदीयोदरायाथ विश्वस्य धाम्ने
नमो राधिकायै त्वदीय-प्रियायै
नमो ‘नन्त-लीलाय देवाय तुभ्यम्

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर दामोदर अष्टकम (Damodarastakam) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें दामोदर अष्टकम रोमन में–

Read Damodarastakam

namāmīśvaraṃ sac-cid-ānanda-rūpaṃ
lasat-kuṇḍalaṃ gokule bhrājamanam
yaśodā-bhiyolūkhalād dhāvamānaṃ
parāmṛṣṭam atyantato drutya gopyā

rudantaṃ muhur netra-yugmaṃ mṛjantam
karāmbhoja-yugmena sātaṅka-netram
muhuḥ śvāsa-kampa-trirekhāṅka-kaṇṭha
sthita-graivaṃ dāmodaraṃ bhakti-baddham

itīdṛk sva-līlābhir ānanda-kuṇḍe
sva-ghoṣaṃ nimajjantam ākhyāpayantam
tadīyeṣita-jñeṣu bhaktair jitatvaṃ
punaḥ prematas taṃ śatāvṛtti vande

varaṃ deva mokṣaṃ na mokṣāvadhiṃ vā
na canyaṃ vṛṇe ‘haṃ vareṣād apīha
idaṃ te vapur nātha gopāla-bālaṃ
sadā me manasy āvirāstāṃ kim anyai

idaṃ te mukhāmbhojam atyanta-nīlair
vṛtaṃ kuntalaiḥ snigdha-raktaiś ca gopyā
muhuś cumbitaṃ bimba-raktādharaṃ me
manasy āvirāstām alaṃ lakṣa-lābhai

namo deva dāmodarānanta viṣṇo
prasīda prabho duḥkha-jālābdhi-magnam
kṛpā-dṛṣṭi-vṛṣṭyāti-dīnaṃ batānu
gṛhāṇeṣa mām ajñam edhy akṣi-dṛśya

kuverātmajau baddha-mūrtyaiva yadvat
tvayā mocitau bhakti-bhājau kṛtau ca
tathā prema-bhaktiṃ svakāṃ me prayaccha
na mokṣe graho me ‘sti dāmodareha

namas te ‘stu dāmne sphurad-dīpti-dhāmne
tvadīyodarāyātha viśvasya dhāmne
namo rādhikāyai tvadīya-priyāyai
namo ‘nanta-līlāya devāya tubhyam

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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