धर्म

लाल रंग मन भावे – Laal Rang Man Bhave Lyrics

हे माँ जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे,
हे मां जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे,
आई नवरात्रि मन में उमंग बड़ी,
माता ने रिझावण री,
गरबो रमणे की घड़ी,
शहनाई ढोल नगाड़ा बाज रयो,
मिरदंग मन भावे,
हे जी मन भावे माँ ,
हे मां जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे……

पीले पीले शेर पर केसरिया आसन,
जाके विराज रही,
लाल लाल चोला पहन,
सोलह सिंगार सजी,
छवि मनभावन,
राग रागिनी का करे,
भक्त अभिनंदन,
दरबार तेरा मां कलावती वृंदावन,
सारंग मन भावे,
हे मां जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे…….

लाडले दुलारे पहन,
सतरंगी परिधान,
खेल रहे गरबा,
और भूले दुनियादारी,
सांची हो भावना तो,
सफल हो मनोरथ,
करती दया भवानी,
भक्तों की हितकारी,
तादा दिग तादे दिग दिगदा,
दिगदा ठुमकने की,
उमंग मन भावे,
हे मां जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे…….

अन्न धन यश मान,
सम्मान दीजो मां,
विकार अहंकार मेरे,
मन का हर लीजो मां,
काम किसी के सवारूं,
ऐसी युक्ति कीजो,
संकट में सरल घीरा,
सुध लो पसिजों,
लक्खा को अब बस मा,
तेरे नाम का सत्संग मन भावे,
हे मां जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे……

हे माँ जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे,
हे मां जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे,
आई नवरात्रि मन में उमंग बड़ी,
माता ने रिझावण री,
गरबो रमणे की घड़ी,
शहनाई ढोल नगाड़ा बाज रयो,
मिरदंग मन भावे,
हे जी मन भावे माँ ,
हे मां जगदंबे थारी चुनरी रो,
लाल रंग मन भावे…

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर हम लाल रंग मन भावे भजन को रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह माता का भजन रोमन में–

Read Laal Rang Man Bhave Lyrics

he mā~ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve,
he māṃ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve,
āī navarātri mana meṃ umaṃga baḍa़ī,
mātā ne rijhāvaṇa rī,
garabo ramaṇe kī ghaḍa़ī,
śahanāī ḍhola nagāḍa़ā bāja rayo,
miradaṃga mana bhāve,
he jī mana bhāve mā~ ,
he māṃ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve……

pīle pīle śera para kesariyā āsana,
jāke virāja rahī,
lāla lāla colā pahana,
solaha siṃgāra sajī,
chavi manabhāvana,
rāga rāginī kā kare,
bhakta abhinaṃdana,
darabāra terā māṃ kalāvatī vṛṃdāvana,
sāraṃga mana bhāve,
he māṃ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve…….

lāḍale dulāre pahana,
sataraṃgī paridhāna,
khela rahe garabā,
aura bhūle duniyādārī,
sāṃcī ho bhāvanā to,
saphala ho manoratha,
karatī dayā bhavānī,
bhaktoṃ kī hitakārī,
tādā diga tāde diga digadā,
digadā ṭhumakane kī,
umaṃga mana bhāve,
he māṃ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve…….

anna dhana yaśa māna,
sammāna dījo māṃ,
vikāra ahaṃkāra mere,
mana kā hara lījo māṃ,
kāma kisī ke savārūṃ,
aisī yukti kījo,
saṃkaṭa meṃ sarala ghīrā,
sudha lo pasijoṃ,
lakkhā ko aba basa mā,
tere nāma kā satsaṃga mana bhāve,
he māṃ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve……

he mā~ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve,
he māṃ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve,
āī navarātri mana meṃ umaṃga baḍa़ī,
mātā ne rijhāvaṇa rī,
garabo ramaṇe kī ghaḍa़ī,
śahanāī ḍhola nagāḍa़ā bāja rayo,
miradaṃga mana bhāve,
he jī mana bhāve mā~ ,
he māṃ jagadaṃbe thārī cunarī ro,
lāla raṃga mana bhāve…

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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