धर्म

 मां दूजा कोई द्वार ना दिखे – Maa Dooja Koi Dwar Na Dikhe Lyrics

“मां दूजा कोई द्वार ना दिखे” भजन के बोल भक्त के समर्पण को दर्शाते हैं। माता तो जननी है और संपूर्ण विश्व उसमें समाहित है। जो भी उनकी संतान उनके दर पर जाती है माता उसकी सभी मनोकामनाएँ अवश्य पूरी करती है। साथ ही उसके सारे संकटों को भी विनष्ट कर देती है। जब भक्त सच्चे हृदय से दुर्गा माता को पुकारता है तो ऐसा ही गीत कण्ठ से निकलता है। पढ़ें इस सुंदर गीत के बोल (Maa Dooja Koi Dwar Na Dikhe Lyrics) हिंदी में–

“मां दूजा कोई द्वार ना दिखे” भजन

तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ।
मां दूजा कोई द्वार ना दिखे॥

चाहे छूट जाये जमाना,या मालो-जर छूटे,
ये महल और अटारी, या मेरा घर छूटे।
पर कहता है ये लख्खा,ऐ मेरी माता,
सब जगत छूटे,पर तेरा न द्वार छूटे॥

तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ,
मां दूजा कोई द्वार ना दिखे।
अपना दुखड़ा मैं किसको सुनाऊँ,
मां दूजा कोई द्वार न दिखे॥

इक आस मुझे तुमसे है मैया,
टूटे कहीं ना विश्वास मेरा मैया।
तेरे सिवा कहाँ झोली फैलाऊँ,
मां दूजा कोई द्वार न दिखे॥

तेरे आगे मैंने दामन पसारा है,
मुझको ऐ मैया तेरा ही सहारा है।
कहाँ जाऊँ जहाँ जाके कुछ पाऊँ,
मां दूजा कोई द्वार ना दिखे॥

लख्खा आया मैया बनके सवाली है,
तेरे दर से गया ना कोई खाली है।
कैसे गीत मैं निराश होके गाऊँ,
मां दूजा कोई द्वार न दिखे॥

तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ,
माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे।
अपना दुखड़ा मैं किसको सुनाऊँ,
मां दूजा कोई द्वार ना दिखे।

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर यह भजन को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह भजन रोमन में–

Read Maa Dooja Koi Dwar Na Dikhe Lyrics

tere dara ko maiṃ choḍa़ kahā~ jāū~।
māṃ dūjā koī dvāra nā dikhe॥

cāhe chūṭa jāye jamānā,yā mālo-jara chūṭe,
ye mahala aura aṭārī, yā merā ghara chūṭe।
para kahatā hai ye lakhkhā,ai merī mātā,
saba jagata chūṭe,para terā na dvāra chūṭe॥

tere dara ko maiṃ choḍa़ kahā~ jāū~,
māṃ dūjā koī dvāra nā dikhe।
apanā dukhaड़ā maiṃ kisako sunāū~,
māṃ dūjā koī dvāra na dikhe॥

ika āsa mujhe tumase hai maiyā,
ṭūṭe kahīṃ nā viśvāsa merā maiyā।
tere sivā kahā~ jholī phailāū~,
māṃ dūjā koī dvāra na dikhe॥

tere āge maiṃne dāmana pasārā hai,
mujhako ai maiyā terā hī sahārā hai।
kahā~ jāū~ jahā~ jāke kucha pāū~,
māṃ dūjā koī dvāra nā dikhe॥

lakhkhā āyā maiyā banake savālī hai,
tere dara se gayā nā koī khālī hai।
kaise gīta maiṃ nirāśa hoke gāū~,
māṃ dūjā koī dvāra na dikhe॥

tere dara ko maiṃ choḍa़ kahā~ jāū~,
mā~ dūjā koī dvāra nā dikhe।
apanā dukhaड़ā maiṃ kisako sunāū~,
māṃ dūjā koī dvāra nā dikhe।

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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