धर्म

कान्हा भूल ना जाना – Mere Kanha Bhool Na Jaana Lyrics – Jubin Nautiyal

“कान्हा भूल ना जाना” के बोल अर्थात् लिरिक्स पढ़ें हिंदी में। जुबिन नौटियाल की आवाज़ में सजे इस गीत के संगीतकार हैं मनोज मुंतशिर ने।

आस तू है मेरी
मैं तेरे आसरे
ध्यान रखना मेरा
ओ कन्हैया मेरे

हाँ, आस तू है मेरी
मैं तेरे आसरे
ध्यान रखना मेरा
ओ कनहिया मेरे

रात काली जो है
प्रात बन जाएगी
तू बनले अगर
बात बन जायेगी

मन सुदामा तड़प के
पुकारे तुझे
मन सुदामा तड़प के
पुकारे तुझे
नंगे पवन हरि दौड़ आना

मेरे कान्हा भूल ना जाना
मेरे कान्हा भूल ना जाना – 2

एक उंगली पर पर्वत उठाया प्रभु
डूबती आस को था बचाया प्रभु
कौरबों की सभा जब अधर्मी हुई
रूप विकराल तूने दिखाया प्रभु

सारी लीलाएँ हैं तुझसे लीला धर
हम अभागों पे भी श्याम रखना नज़र
जब वचन प्रेम का सब सगे थोड़ी दे
जब सहारे जगत के सभी छोड़ दे
हाथ करुणा का मोह बढ़ाना

मेरे कान्हा भूल ना जाना
मेरे कान्हा भूल ना जाना – 2

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम इस भजन को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें यह भजन रोमन में-

Mere Kanha Bhool Na Jaana Lyrics

āsa tū hai merī
maiṃ tere āsare
dhyāna rakhanā merā
o kanhaiyā mere

hā~, āsa tū hai merī
maiṃ tere āsare
dhyāna rakhanā merā
o kanahiyā mere

rāta kālī jo hai
prāta bana jāegī
tū banale agara
bāta bana jāyegī

mana sudāmā taḍa़pa ke
pukāre tujhe
mana sudāmā taḍa़pa ke
pukāre tujhe
naṃge pavana hari dauḍa़ ānā

mere kānhā bhūla nā jānā
mere kānhā bhūla nā jānā
mere kānhā bhūla nā jānā
mere kānhā bhūla nā jānā

eka uṃgalī para parvata uṭhāyā prabhu
ḍūbatī āsa ko thā bacāyā prabhu
kauraboṃ kī sabhā jaba adharmī huī
rūpa vikarāla tūne dikhāyā prabhu

sārī līlāe~ haiṃ tujhase līlā dhara
hama abhāgoṃ pe bhī śyāma rakhanā naja़ra
jaba vacana prema kā saba sage thoḍa़ī de
jaba sahāre jagata ke sabhī choḍa़ de
hātha karuṇā kā moha baḍha़ānā

mere kānhā bhūla nā jānā
mere kānhā bhūla nā jānā
mere kānhā bhūla nā jānā
mere kānhā bhūla nā jānā

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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