धर्म

नरसिंह भगवान की आरती – Narsingh Bhagwan Ki Aarti

नरसिंह भगवान की आरती (Narsingh Bhagwan Ki Aarti) का गायन परम हितकारी और सन्मार्ग पर लगाने वाला है। नरसिंह भगवान का स्मरण और नरसिंह भगवान की आरती का गायन भक्तों की उसी तरह हर हाल में रक्षा करता है जिस तरह उन्होंने भक्त प्रह्लाद की रक्षा की थी। वेद आदि शास्त्र भी भगवान के इस रूप का वर्णन और स्तुति करते हैं। आवश्यकता है तो मात्र पूर्ण समर्पण और भक्तिभाव की। इस तरह की गई नरसिंह भगवान की आरती सुखकारिणी और दुःखनाशिनी है। भगवान श्री विष्णु के इस रूप को भजने वाला सभी कष्टों से पार पाने में सफल रहता है।

आरती कीजै नरसिंह कुँवर की।
वेद विमल यश गाऊँ मेरे प्रभुजी॥

पहली आरती प्रह्लाद उबारे।
हिरणाकुश नख उदर विदारे॥

दूसरी आरती वामन सेवा
बलि के द्वार पधारे हरि देवा॥

तीसरी आरती ब्रह्म पधारे।
सहसबाहु के भुजा उखारे॥

चौथी आरती असुर संहारे।
भक्त विभीषण लंक पधारे॥

पाँचवीं आरती कंस पछारे।
गोपी ग्वाल सखा प्रतिपाले॥

तुलसी को पत्र कण्ठ मणि हीरा।
हरषि-निरखि गावें दास कबीरा॥

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर नरसिंह भगवान की आरती (Narsingh Bhagwan Ki Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह आरती रोमन में–

āratī kījai narasiṃha ku~vara kī।
veda vimala yaśa gāū~ mere prabhujī॥

pahalī āratī prahlāda ubāre।
hiraṇākuśa nakha udara vidāre॥

dūsarī āratī vāmana sevā।
bali ke dvāra padhāre hari devā॥

tīsarī āratī brahma padhāre।
sahasabāhu ke bhujā ukhāre॥

cauthī āratī asura saṃhāre।
bhakta vibhīṣaṇa laṃka padhāre॥

pā~cavīṃ āratī kaṃsa pachāre।
gopī gvāla sakhā pratipāle॥

tulasī ko patra kaṇṭha maṇi hīrā।
haraṣi-nirakhi gāveṃ dāsa kabīrā॥

यह भी पढ़ें

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version