धर्म

शिव शिव है – Shiv Shiv Hai Lyrics

पढ़ें “शिव शिव है” लिरिक्स

शिव शिव है
शिव शिव हैं
युग का उजियारा

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
सुख का गलियारा

शिव शिव है
शिव शिव हैं
भक्तों के मन में

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
स्रोता हमारा

भोला है जो मन का
पर्वत के भंति मन में
आदिग है रे जो

पालन हारा जग का
हर विपदा को जो हर लेता
शिव है रे वो

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
युग का उजियारा

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
सुख का गलियारा

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
भक्तों के मन में

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
स्रोता हमारा

गावे महिमा
डमरू बाजे तेरे
मस्तक पे है
चंदा सजे तेरे

गावे महिमा
डमरू बाजे तेरे
मस्तक पे है
चंदा सजे तेरे

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क्रोधित होके चक्चू खोले अगर
अदंबर क्या जग का आगे तेरे
तू कर्ता धर्ता हमारा
तू ताना बाना है रे

है पर्वत आसन तुम्हारा
नव तो सिरहाना है रे

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
योगी संतान में

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
इस बे-तल मन में

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
गगर अमृत की

शिव शिव है
शिव शिव है
विष के मंथन में

ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय

पवन गंगा के उड़वाव में है तू
सजीवन तू जीवन द्रव में है तू
पवन गंगा के उड़वाव में है तू
सजीवन तू जीवन द्रव में है तू

मोती में तू है कलरव में भी तू
ज्योति में तू हर उत्सव में है तू
सुन हृदय स्वादन की भाषा
लौ आसा की ये जली
मन तेरे दर्शन का प्यासा
मैं कैलाश को चली

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
युग का उजियारा

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
सुख का गलियारा

शिव शिव हैं
शिव शिव हैं
भक्तों के मन में

शिव शिव है
शिव शिव है
स्रोता हमारा

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर हम शिव शिव है भजन को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह शिव भजन रोमन में–

Read Shiv Shiv Hai Lyrics

śiva śiva hai
śiva śiva hai
yuga kā ujiyārā

śiva śiva hai
śiva śiva hai
sukha kā galiyārā

śiva śiva hai
śiva śiva hai
bhaktoṃ ke mana meṃ

śiva śiva hai
śiva śiva hai
srotā hamārā

bholā hai jo mana kā
parvata ke bhaṃti mana meṃ
ādiga hai re jo

pālana hārā jaga kā
hara vipadā ko jo hara letā
śiva hai re vo

śiva śiva hai
śiva śiva hai
yuga kā ujiyārā

śiva śiva hai
śiva śiva hai
sukha kā galiyārā

śiva śiva hai
śiva śiva hai
bhaktoṃ ke mana meṃ

śiva śiva hai
śiva śiva hai
srotā hamārā

gāve mahimā
ḍamarū bāje tere
mastaka pe hai
caṃdā saje tere

gāve mahimā
ḍamarū bāje tere
mastaka pe hai
caṃdā saje tere

krodhita hoke cakcū khole agara
adaṃbara kyā jaga kā āge tere
tū kartā dhartā hamārā
tū tānā bānā hai re

hai parvata āsana tumhārā
nava to sirahānā hai re

śiva śiva hai
śiva śiva hai
yogī saṃtāna meṃ

śiva śiva hai
śiva śiva hai
isa be-tala mana meṃ

śiva śiva hai
śiva śiva hai
gagara amṛta kī

śiva śiva hai
śiva śiva hai
viṣa ke maṃthana meṃ

oṃ namaḥ śivāya
oṃ namaḥ śivāya
oṃ namaḥ śivāya
oṃ namaḥ śivāya

pavana gaṃgā ke uḍa़vāva meṃ hai tū
sajīvana tū jīvana drava meṃ hai tū
pavana gaṃgā ke uḍa़vāva meṃ hai tū
sajīvana tū jīvana drava meṃ hai tū

motī meṃ tū hai kalarava meṃ bhī tū
jyoti meṃ tū hara utsava meṃ hai tū
suna hṛdaya svādana kī bhāṣā
lau āsā kī ye jalī
mana tere darśana kā pyāsā
maiṃ kailāśa ko calī

śiva śiva hai
śiva śiva hai
yuga kā ujiyārā

śiva śiva hai
śiva śiva hai
sukha kā galiyārā

śiva śiva hai
śiva śiva hai
bhaktoṃ ke mana meṃ

śiva śiva hai
śiva śiva hai
srotā hamārā

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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