शिवा नमस्काराथा मंत्र – Shiv Shiva Namaskaratha Mantra Lyrics
शिवा नमस्काराथा मंत्र का उच्चारण एक प्राचीन हिंदी मंत्रों में से एक है जिसे हम सुबह उठते ही या प्रातःकाल के दौरान जपते हैं। यह मंत्र स्वास्थ्य, सौभाग्य, शांति, सफलता और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।
इस मंत्र के उच्चारण से हमारे मन को शांति और स्थिरता मिलती है और हमारी मानसिक स्थिति बेहतर होती है। इसके जाप से अच्छी तरह से संकेतों को समझने और उनके साथ सहज रूप से समझौता करने की क्षमता विकसित होती है। यह मंत्र हमें नई ऊर्जा, धैर्य और सहनशीलता प्रदान करता है। इसके द्वारा हम आत्म-विश्वास और स्वयं पर विश्वास विकसित कर सकते हैं।
शिवा नमस्काराथा मंत्र के जाप से हमारा शरीर, मन और आत्मा त्रिकोणी सामरिक होती है, जो हमें दया, स्नेह और सामरिक भावनाएं विकसित करने में मदद करता है। इसके उच्चारण से हमारी सृष्टि में एकता और सामरस्य का अनुभव होता है। हम अपनी व्यक्तिगत संबंधों में स्नेहपूर्णता को विकसित करते हैं और सामुदायिक तालमेल को सुदृढ़ करते हैं।
ॐ नमो हिरण्यबाहवे हिरण्यवर्णाय,
हिरण्यरूपाय हिरण्यपतए ।
अंबिका पतए उमा पतए पशूपतए नमो नमः॥
ईशान सर्वविद्यानाम् ईश्वर सर्व भूतानाम् ।
ब्रह्मादीपते ब्रह्मनोदिपते,
ब्रह्मा शिवो अस्तु सदा शिवोहम॥
यह भी पढ़ें – हरितालिका तीज व्रत कथा
तत्पुरुषाय विद्महे वागविशुद्धाय धिमहे,
तन्नो शिव प्रचोदयात्।
महादेवाय विद्महे रुद्रमूर्तये धिमहे,
तन्नों शिव प्रचोदयात्॥
नमस्ते अस्तु भगवान विश्वेश्वराय,
महादेवाय त्र्यंबकाय त्रिपुरान्तकाय।
त्रिकाग्नी कालाय कालाग्नी रुद्राय,
नीलकंठाय मृत्युंजयाय सर्वेश्वराय॥
सदशिवाय श्रीमान महादेवाय नमः
श्रीमान महादेवाय नमः
शांति शांति शांति
Read Shiva Namaskaratha Mantra Lyrics
oṃ namo hiraṇyabāhave hiraṇyavarṇāya,
hiraṇyarūpāya hiraṇyapatae ।
aṃbikā patae umā patae paśūpatae namo namaḥ॥
īśāna sarvavidyānām īśvara sarva bhūtānām ।
brahmādīpate brahmanodipate,
brahmā śivo astu sadā śivohama॥
tatpuruṣāya vidmahe vāgaviśuddhāya dhimahe,
tanno śiva pracodayāt।
mahādevāya vidmahe rudramūrtaye dhimahe,
tannoṃ śiva pracodayāt॥
namaste astu bhagavāna viśveśvarāya,
mahādevāya tryaṃbakāya tripurāntakāya।
trikāgnī kālāya kālāgnī rudrāya,
nīlakaṃṭhāya mṛtyuṃjayāya sarveśvarāya॥
sadaśivāya śrīmāna mahādevāya namaḥ
śrīmāna mahādevāya namaḥ
śāṃti śāṃti śāṃti
This so beautiful..