धर्म

सूर्य भगवान के 108 नाम – Surya Bhagwan ke 108 Naam

पढ़ें सूर्य भगवान के 108 नाम अर्थ सहित। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार सूर्य देव शीघ्र ही पाप हरने वाले और सबका कल्याण करने वाले हैं। सूर्य भगवान के 108 नामों का जप बहुत ही फलदायी है। मकर संक्रांति के दिन विशेष रूप से सूर्य भगवान के 108 नाम के जप से सभी तरह की बाधाएँ दूर हो जाती हैं। करे हमारे साथ सूर्य भगवान के 108 नाम जाप हिंदी में-

1. अरुण- तांबे जैसे रंग वाला
aruṇa- tāṃbe jaise raṃga vālā
2. शरण्य- शरण देने वाला
śaraṇya- śaraṇa dene vālā
3. करुणारससिन्धु- करुणा- भावना के महासागर
karuṇārasasindhu- karuṇā- bhāvanā ke mahāsāgara
4. असमानबल- असमान बल वाले
asamānabala- asamāna bala vāle
5. आर्तरक्षक- पीड़ा से रक्षा करने वाले
ārtarakṣaka- pīḍa़ā se rakṣā karane vāle

6. आदित्य- अदिति के पुत्र
āditya- aditi ke putra
7. आदिभूत- प्रथम जीव
ādibhūta- prathama jīva
8. अखिलागमवेदिन- सभी शास्त्रों के ज्ञाता
akhilāgamavedina- sabhī śāstroṃ ke jñātā
9. अच्युत- जिसता अंत विनाश न हो सके (अविनाशी)
acyuta- jisatā aṃta vināśa na ho sake (avināśī)
10. अखिलज्ञ- सब कुछ का ज्ञान रखने वाले
akhilajña- saba kucha kā jñāna rakhane vāle

11. अनन्त- जिसकी कोई सीमा नहीं है
ananta- jisakī koī sīmā nahīṃ hai
12. इना- बहुत शक्तिशाली
inā- bahuta śaktiśālī
13. विश्वरूप- सभी रूपों में दिखने वाला
viśvarūpa- sabhī rūpoṃ meṃ dikhane vālā
14. इज्य- परम पूजनीय
ijya- parama pūjanīya
15. इन्द्र- देवताओं के राजा
indra- devatāoṃ ke rājā

16. भानु- एक अद्भुत तेज के साथ
bhānu- eka adbhuta teja ke sātha
17. इन्दिरामन्दिराप्त- इंद्र निवास का लाभ पाने वाले
indirāmandirāpta- iṃdra nivāsa kā lābha pāne vāle
18. वन्दनीय- स्तुती करने योग्य
vandanīya- stutī karane yogya
19. ईश- इश्वर
īśa- iśvara
20. सुप्रसन्न- बहुत उज्ज्वल
suprasanna- bahuta ujjvala

21. सुशील- नेक दिल वाल
suśīla- neka dila vāla
22. सुवर्चस्- तेजोमय चमक वाले
suvarcas- tejomaya camaka vāle
23. वसुप्रद- धन दान करने वाले
vasuprada- dhana dāna karane vāle
24. वसु- देव
vasu- deva
25. वासुदेव- श्री कृष्ण
vāsudeva- śrī kṛṣṇa

26. उज्ज्वल- धधकता हुआ तेज वाला
ujjvala- dhadhakatā huā teja vālā
27. उग्ररूप-क्रोद्ध में रहने वाले
ugrarūpa-kroddha meṃ rahane vāle
28. ऊर्ध्वग- आकार बढ़ाने वाला
ūrdhvaga- ākāra baḍha़āne vālā
29. विवस्वत्-चमकता हुआ
vivasvat-camakatā huā
30. उद्यत्किरणजाल- रोशनी की बढ़ती कड़ियों का एक जाल उत्पन्न करने वाले
udyatkiraṇajāla- rośanī kī baḍha़tī kaḍa़iyoṃ kā eka jāla utpanna karane vāle 

31. हृषीकेश- इंद्रियों के स्वामी
hṛṣīkeśa- iṃdriyoṃ ke svāmī
32. ऊर्जस्वल- पराक्रमी
ūrjasvala- parākramī
33. वीर- (निडर) न डरने वाला
vīra- (niḍara) na ḍarane vālā
34. निर्जर- न बिगड़ने वाला
nirjara- na bigaḍa़ne vālā
35. जय- जीत हासिल करने वाला
jaya- jīta hāsila karane vālā

36. ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथी- बिना जांघों वाले सारथी
ūrudvayābhāvarūpayuktasārathī- binā jāṃghoṃ vāle sārathī
37. ऋषिवन्द्य- ऋषियों द्वारा पूजे जाने वाले
ṛṣivandya- ṛṣiyoṃ dvārā pūje jāne vāle
38. रुग्घन्त्र्- रोग के विनाशक
rugghantr- roga ke vināśaka
39. ऋक्षचक्रचर- सितारों के चक्र के माध्यम से चलने वाले
ṛkṣacakracara- sitāroṃ ke cakra ke mādhyama se calane vāle
40. ऋजुस्वभावचित्त- प्रकृति की वास्तविक शुद्धता को पहचानने वाले
ṛjusvabhāvacitta- prakṛti kī vāstavika śuddhatā ko pahacānane vāle 

41. नित्यस्तुत्य- प्रशस्त के लिए तैयार रहने वाला
nityastutya- praśasta ke lie taiyāra rahane vālā
42. ऋकारमातृकावर्णरूप- ऋकारा पत्र के आकार वाला
ṛkāramātṛkāvarṇarūpa- ṛkārā patra ke ākāra vālā
43. उज्ज्वलतेजस्- धधकते दीप्ति वाले
ujjvalatejas- dhadhakate dīpti vāle
44. ऋक्षाधिनाथमित्र- तारों के देवता के मित्र
ṛkṣādhināthamitra- tāroṃ ke devatā ke mitra
45. पुष्कराक्ष- कमल नयन वाले
puṣkarākṣa- kamala nayana vāle

46. लुप्तदन्त- जिनके दांत नहीं हैं
luptadanta- jinake dāṃta nahīṃ haiṃ
47. शान्त- शांत रहने वाले
śānta- śāṃta rahane vāle
48. कान्तिद- सुंदरता के दाता
kāntida- suṃdaratā ke dātā
49. घन- नाश करने वाल
ghana- nāśa karane vāla
50. कनत्कनकभूष- तेजोमय रत्न वाले
kanatkanakabhūṣa- tejomaya ratna vāle

51. खद्योत- आकाश की रोशनी
khadyota- ākāśa kī rośanī
52. लूनिताखिलदैत्य- असुरों का नाश करने वाला
lūnitākhiladaitya- asuroṃ kā nāśa karane vālā
53. सत्यानन्दस्वरूपिण्- परमानंद प्रकृति वाले
satyānandasvarūpiṇ- paramānaṃda prakṛti vāle
54. अपवर्गप्रद- मुक्ति के दाता
apavargaprada- mukti ke dātā
55. आर्तशरण्य- दुखियों को अपने शरण में लेने वाले
ārtaśaraṇya- dukhiyoṃ ko apane śaraṇa meṃ lene vāle

56. एकाकिन्- त्यागी
ekākin- tyāg
57. भगवत्- दिव्य शक्ति वाले
bhagavat- divya śakti vāle
58. सृष्टिस्थित्यन्तकारिण्- जगत को बनाने वाले, चलाने वाले और उसका अंत करने वाले
sṛṣṭisthityantakāriṇ- jagata ko banāne vāle, calāne vāle aura usakā aṃta karane vāle
59. गुणात्मन्- गुणों से परिपूर्ण
guṇātman- guṇoṃ se paripūrṇa
60. घृणिभृत्- रोशनी को अधिकार में रखने वाले
ghṛṇibhṛt- rośanī ko adhikāra meṃ rakhane vāle

61. बृहत्- बहुत महान
bṛhat- bahuta mahāna
62. ब्रह्मण्- अनन्त ब्रह्म वाला
brahmaṇ- ananta brahma vālā
63. ऐश्वर्यद- शक्ति के दाता
aiśvaryada- śakti ke dātā
64. शर्व- पीड़ा देने वाला
śarva- pīḍa़ā dene vālā
65. हरिदश्वा- गहरे पीले के रंग घोड़े के साथ रहने वाला
haridaśvā- gahare pīle ke raṃga ghoḍa़e ke sātha rahane vālā

66. शौरी- वीरता के साथ रहने वाला
śaurī- vīratā ke sātha rahane vālā
67. दशदिक्संप्रकाश- दसों दिशाओं में रोशनी देने वाला
daśadiksaṃprakāśa- dasoṃ diśāoṃ meṃ rośanī dene vālā
68. भक्तवश्य- भक्तों के लिए चौकस रहने वाला
bhaktavaśya- bhaktoṃ ke lie caukasa rahane vālā
69. ओजस्कर- शक्ति के निर्माता
ojaskara- śakti ke nirmātā
70. जयिन्- सदा विजयी रहने वाला
jayin- sadā vijayī rahane vālā

71. जगदानन्दहेतु- विश्व के लिए उत्साह का कारण बनने वाले
jagadānandahetu- viśva ke lie utsāha kā kāraṇa banane vāle
72. जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जित- युवा,वृद्धा, बचपन सभी अवस्थाओं से दूर रहने वाले
janmamṛtyujarāvyādhivarjita- yuvā,vṛddhā, bacapana sabhī avasthāoṃ se dūra rahane vāle
73. उच्चस्थान समारूढरथस्थ- बुलंद इरादों के साथ रथ पर चलने वाले
uccasthāna samārūḍharathastha- bulaṃda irādoṃ ke sātha ratha para calane vāle
74. असुरारी- राक्षसों के दुश्मन
asurārī- rākṣasoṃ ke duśmana
75. कमनीयकर- इच्छाओं को पूर्ण करने वाले
kamanīyakara- icchāoṃ ko pūrṇa karane vāle

76. अब्जवल्लभ- अब्जा के दुलारे
abjavallabha- abjā ke dulāre
77. अन्तर्बहिः प्रकाश- अंदर और बाहर से चमकने वाले
antarbahiḥ prakāśa- aṃdara aura bāhara se camakane vāle
78. अचिन्त्य- किसी बात की चिन्ता न करने वाले
acintya- kisī bāta kī cintā na karane vāle
79. आत्मरूपिण्- आत्मा रूपी
ātmarūpiṇ- ātmā rūpī
80. अच्युत- अविनाशी रूप वाले
acyuta- avināśī rūpa vāle

81. अमरेश- सदा अमर रहने वाले
amareśa- sadā amara rahane vāle
82. परम ज्योतिष्- परम प्रकाश वाले
parama jyotiṣ- parama prakāśa vāle
83. अहस्कर- दिन की शुरूआत करने वाले
ahaskara- dina kī śurūāta karane vāle
84. रवि- भभकने वाले
ravi- bhabhakane vāle
85. हरि- पाप को हटाने वाले
hari- pāp ko haṭāne vāle

86. परमात्मन्- अद्भुत आत्मा वाले
paramātman- adbhuta ātmā vāle
87. तरुण- हमेशा युवा रहने वाले
taruṇa- hameśā yuvā rahane vāle
88. वरेण्य- उत्कृष्ट चरित्र वाला
vareṇya- utkṛṣṭa caritra vālā
89. ग्रहाणांपति- ग्रहों के देवता
grahāṇāṃpati- grahoṃ ke devatā
90. भास्कर- प्रकाश के जन्म दाता
bhāskara- prakāśa ke janma dātā

91. आदिमध्यान्तरहित- जन्म, मृत्यु, रोग आदि पर विजय पाने वाले
ādimadhyāntarahita- janma, mṛtyu, roga ādi para vijaya pāne vāle
92. सौख्यप्रद- खुशी देने वाला
saukhyaprada- khuśī dene vālā
93. सकलजगतांपति- संसार के देवता
sakalajagatāṃpati- saṃsāra ke devatā
94. सूर्य- शक्तिशाली और तेजस्वी
sūrya- śaktiśālī aura tejasvī
95. कवि- ज्ञानपूर्ण
kavi- jñānapūrṇa

96. नारायण- पुरुष की दृष्टिकोण वाले
nārāyaṇa- puruṣa kī dṛṣṭikoṇa vāle
97. परेश- उच्च देवता
pareśa- ucca devatā
98. तेजोरूप- आग जैसे रूप वाले
tejorūpa- āga jaise rūpa vāle
99. हिरण्यगर्भ्- संसार के लिए सोनायुक्त रहने वाले
hiraṇyagarbh- saṃsāra ke lie sonāyukta rahane vāle
100. सम्पत्कर- सफलता को बनाने वाले
sampatkara- saphalatā ko banāne vāle

101. ऐं इष्टार्थद- मन की इच्छा पूरी करने वाले
aiṃ iṣṭārthada- mana kī icchā pūrī karane vāle
102. अं सुप्रसन्न- सबसे अधिक प्रसन्न रहने वाले
aṃ suprasanna- sabase adhika prasanna rahane vāle
103. श्रीमत्- सदा यशस्वी रहने वाले
śrīmat- sadā yaśasvī rahane vāle
104. श्रेयस्- उत्कृष्ट स्वभाव वाले
śreyas- utkṛṣṭa svabhāva vāle
105. सौख्यदायिन्- प्रसन्नता के दाता
saukhyadāyin- prasannatā ke dātā

106. दीप्तमूर्ती- सदा चमकदार रहने वाले
dīptamūrtī- sadā camakadāra rahane vāle
107. निखिलागमवेद्य- सभी शास्त्रों के दाता
nikhilāgamavedya- sabhī śāstroṃ ke dātā
108. नित्यानन्द- हमेशा आनंदित रहने वाले
nityānanda- hameśā ānaṃdita rahane vāle

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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