हनुमान अमृतवाणी – Shri Hanuman Amritwani
हनुमान अमृतवाणी – Hanuman Amritwani Part 1 भक्त राज हनुमान कासुमिरण है सुख कारजीवन नौका को करेभव सिन्धु से पार
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Read Moreपढ़ें “मंगल की सेवा” लिरिक्स मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े,पान सुपारी ध्वजा नारियल,ले ज्वाला तेरी
Read Moreपढ़ें “श्री साईं अमृतवाणी” दिव्य तेज का मालिक साईंसकल विश्व का पालक साईंसूर्योदय सी छवि निरालीसांचा आनंद देने वाली धर्मदीप
Read Moreदुर्गा अमृतवाणी – Durga Amritwani Lyrics Part 1 मंगलमयी भय मोचिनी दुर्गा सुख की खानजिसके चरणों की सुधा स्वयं पिये
Read Moreपढ़ें “बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी” दरबार तेरा दरबारों में,एक ख़ास एहमियत रखता है।उसको वैसा मिल जाता है,जो
Read Moreपढ़ें “शिव अमृतवाणी” ॥भाग १॥कल्पतरु पुन्यातामा,प्रेम सुधा शिव नामहितकारक संजीवनी,शिव चिंतन अविरामपतिक पावन जैसे मधुर,शिव रसन के घोलकभक्ति के हंसा
Read Moreपढ़ें “भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अंबे” लिरिक्स भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अंबेभोर भई दिन चढ़ गया
Read Moreपढ़ें “मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे” मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे,इतना दिया मेरी माता।मेरी झोली छोटी पड़ गयी
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