धर्म

ऐ री मैं तो प्रेम दिवानी – Ae Ri Main To Prem Deewani Lyrics

ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।

घायल की गति घायल जाणै,
जो कोई घायल होय ।
जौहरि की गति जौहरी जाणै,
की जिन जौहर होय ॥

सूली ऊपर सेज हमारी,
सोवण किस बिध होय ।
गगन मंडल पर सेज पिया की,
किस बिध मिलणा होय ॥

दर्द की मारी बन-बन डोलूं,
वैद्य मिल्या नहिं कोय ।
मीरा की प्रभु पीर मिटेगी,
जद वैद्य सांवरिया होय ॥

ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम इस गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस मेरे राम भजन को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें यह गीत रोमन में-

Read Ae Ri Main To Prem Deewani Lyrics

ai rī maiṃ to prema-divānī,
mero darda na jāṇai koya ।
ai rī maiṃ to prema-divānī,
mero darda na jāṇai koya ।
ai rī maiṃ to prema-divānī,
mero darda na jāṇai koya ।

ghāyala kī gati ghāyala jāṇai,
jo koī ghāyala hoya ।
jauhari kī gati jauharī jāṇai,
kī jina jauhara hoya ॥

sūlī ūpara seja hamārī,
sovaṇa kisa bidha hoya ।
gagana maṃḍala para seja piyā kī,
kisa bidha milaṇā hoya ॥

darda kī mārī bana-bana ḍolūṃ,
vaidya milyā nahiṃ koya ।
mīrā kī prabhu pīra miṭegī,
jada vaidya sāṃvariyā hoya ॥

ai rī maiṃ to prema-divānī,
mero darda na jāṇai koya ।
ai rī maiṃ to prema-divānī,
mero darda na jāṇai koya ।

यह भी पढ़ें

कृष्ण अमृतवाणीप्रेम मंदिर, वृंदावनदामोदर अष्टकमबालकृष्ण की आरतीसंतान गोपाल स्तोत्रसंतान गोपाल मंत्रजन्माष्टमी पूजा और विधिलड्डू गोपाल की आरतीगिरिराज की आरतीगोपाल चालीसाकृष्ण चालीसाराधे राधे जपो चले आएंगे बिहारीश्याम तेरी बंसी पुकारे राधा श्यामबजाओ राधा नाम की तालीअरे द्वारपालों कन्हैया से कह दोश्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाएछोटी छोटी गईया छोटे छोटे ग्वालगोविंद बोलो हरि गोपाल बोलोमेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा हैमेरे बांके बिहारी लालओ कान्हा अब तो मुरली कीभर दे रे श्याम झोली भरदेमैं हूं शरण में तेरी संसार के रचैयाकन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगेश्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारीमुकुंदा मुकुंदा कृष्णा मुकुंदा मुकुंदासजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए हैंलल्ला की सुन के मैं आईनंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल कीमेरे कान्हाराधे किशोरी दया करोकृष्णा मनमोहना मोरे कान्हा मोरे कृष्णामधुराष्टकम्जय जनार्दना कृष्णा राधिकापतेभज मन राधे

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!
Exit mobile version