कविता

बच्चों तुम तकदीर हो कल के हिंदुस्तान की – Bachchon Tum Taqdeer Ho Lyrics in Hindi

बच्चों तुम तकदीर हो कल के हिंदुस्तान की 1959 की प्रसिद्ध फिल्म दीदी का गाना है। इसे सुरों से सजाया है आशा भोसले और मोहम्मद रफी ने व संगीतबद्ध किया है एन. दत्ता ने। साहिर लुधियानवी की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में सुनील दत्त, फिरोज खान, ललिता पवार और शुभा होटे ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें बच्चों तुम तकदीर हो कल के हिंदुस्तान की के बोल हिंदी में (Bachchon Tum Taqdeer Ho lyrics in Hindi)–

‘बच्चों तुम तकदीर हो कल के हिंदुस्तान की’ लिरिक्स

बच्चो तुम तक़दीर हो
कल के हिंदुस्तान की
बापू के वरदान की
नेहरू के अरमां की
बच्चो तुम तकदीर

आज के टूटे खंडहरों पर
तुम कल का देश बसाओगे
जो हम लोगो से न हुआ वो
तुम कर के दिखलाओगे
तुम नन्ही बुनियादे हो
तुम नन्ही बुनियादे हो
दुनिया के नए विधान की
बच्चो तुम तकदीर

दिन धर्म के नाम पे
कोई बीज फूट का बोए ना
जो सदियों के बाद मिली है
वो आज़ादी खोए ना
हर मज़हब से ऊँची है
हर मज़हब से ऊँची है
किम्मत इंसानी जान की
बच्चो तुम तकदीर

फिर कोई जयचन्द न उभरे
फिर कोई जाफ़र न उठे
गैरो का दिल खुश करने को
अपनो पर ख़ज़र न उठे
धन दौलत के लालच में
धन दौलत के लालच में
तौहीन न हो ईमान की
बच्चो तुम तकदीर

नारी को इस देश ने देवी
कह कर दासि जाना है
जिसको कुछ अधिकार न
हो वो घर की रानी मन है
तुम ऐसा आदर मत लेना
तुम ऐसा आदर मत लेना
आड़ हो जो अपमान की
बच्चो तुम तकदीर

रह न सके अब इस दुनिया में
युग सरमायादारी का
तुमको झाडा लेहराना
है मेहनत की सरदारी का
तुम चाहो तो
तुम चाहो तो बदल के
रख दो किस्मत हर इंसान की
बच्चो तुम तकदीर

फिल्मदीदी
वर्ष1959
गायक / गायिकाआशा भोसले – मोहम्मद रफी
संगीतकारएन. दत्ता
गीतकारसाहिर लुधियानवी
अभिनेता / अभिनेत्रीसुनील दत्त, फिरोज खान, ललिता पवार, शुभा होटे

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम बच्चों तुम तकदीर हो कल के हिंदुस्तान की गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ेंBachchon Tum Taqdeer Ho रोमन में-

Bachchon Tum Taqdeer Ho Lyrics in Hindi

bacco tuma taक़dīra ho
kala ke hiṃdustāna kī
bāpū ke varadāna kī
neharū ke aramāṃ kī
bacco tuma takadīra

āja ke ṭūṭe khaṃḍaharoṃ para
tuma kala kā deśa basāoge
jo hama logo se na huā vo
tuma kara ke dikhalāoge
tuma nanhī buniyāde ho
tuma nanhī buniyāde ho
duniyā ke nae vidhāna kī
bacco tuma takadīra

dina dharma ke nāma pe
koī bīja phūṭa kā boe nā
jo sadiyoṃ ke bāda milī hai
vo āज़ādī khoe nā
hara maज़haba se ū~cī hai
hara maज़haba se ū~cī hai
kimmata iṃsānī jāna kī
bacco tuma takadīra

phira koī jayacanda na ubhare
phira koī jāफ़ra na uṭhe
gairo kā dila khuśa karane ko
apano para ख़ज़ra na uṭhe
dhana daulata ke lālaca meṃ
dhana daulata ke lālaca meṃ
tauhīna na ho īmāna kī
bacco tuma takadīra

nārī ko isa deśa ne devī
kaha kara dāsi jānā hai
jisako kucha adhikāra na
ho vo ghara kī rānī mana hai
tuma aisā ādara mata lenā
tuma aisā ādara mata lenā
āड़ ho jo apamāna kī
bacco tuma takadīra

raha na sake aba isa duniyā meṃ
yuga saramāyādārī kā
tumako jhāḍā leharānā
hai mehanata kī saradārī kā
tuma cāho to
tuma cāho to badala ke
rakha do kismata hara iṃsāna kī
bacco tuma takadīra

Facts About Bachchon Tum Taqdeer Ho

FilmDidi
Year1959
SingerAsha Bhosle Mohammad Rafi
MusicN Dutta
LyricsSahir Ludhianvi
ActorsSunil Dutt, Feroz Khan, Lalita Pawar, Shubha Khote

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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