वाल्मीकि रामायण बालकाण्ड सर्ग 42 हिंदी में – Valmiki Ramayana Balakanda Chapter – 42
अंशुमान् और भगीरथकी तपस्या, ब्रह्माजी का भगीरथको अभीष्ट वर देकर गंगाजी को धारण करने के लिये भगवान् शङ्कर को राजी
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